कैराना (सच कहूँ/संदीप इन्सां)। प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) व उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या के बाद से जिगाना पिस्टल भी मीडिया की सुर्खियों में है। करीब दो वर्ष पूर्व प्रदेश की चित्रकूट जेल में गैंगवार के दौरान मुकीम काला व मेराज की हत्या में भी टर्की निर्मित जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था। हालांकि यह पिस्टल भारत में पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
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विगत शनिवार रात्रि प्रयागराज में चिकित्सा परीक्षण के लिए ले जाए जा रहे माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ को तीन हमलावरों ने पुलिस कस्टडी में गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया था। (Kairana) दोनों माफिया भाइयों की हत्या के बाद से प्रदेश भर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। हत्याकांड को लेकर प्रदेश में पुलिस-प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। अतीक व अशरफ की हत्या में तुर्किए निर्मित जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किये जाने की बात सामने आ
रही है। मीडिया में जिगाना पिस्टल का जिक्र होते ही विगत 14 मई 2021 को चित्रकूट जेल में हुई गैंगवार का वाकया उबर कर सामने आ जाता है। यहां गैंगवार के दौरान बंदी अंशुल दीक्षित ने जिगाना पिस्टल से ही कुख्यात (Mukim Kala) मुकीम काला व मुख्तार अंसारी के करीबी रहे मेराज की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर में भी जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल होने की बात सामने आई थी। अतीक व अशरफ की हत्या के बाद से जिगाना पिस्टल एक बार फिर से चर्चाओं में है।
पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत आती है जिगाना पिस्टल
जिगाना पिस्टल भारत में बैन है। इस पिस्टल को बॉर्डर क्रॉस करके भारत लाया जाता है। दरअसल, पंजाब में पिछले कई सालों से कई गैंग एक्टिव हैं, जो सीमा पार से ड्रग्स और अवैध हथियारों की सप्लाई के काम को अंजाम देने में लगे हैं। इनमें से अधिकतर गैंग्स को पाकिस्तान पैसों के अलावा हथियार और गोला-बारूद देकर भी मदद करता है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, भारत में जिगाना पिस्टल पाकिस्तान से ही आती है। जिगाना से एक बार में 15 राउंड फायरिंग की जा सकती है। वही, इसकी कीमत पांच से सात लाख रुपये तक बताई गई है।
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