खरखौदा। (सच कहूँ/हेमंत कुमार) कन्या महाविद्यालय खरखोदा में कॉमर्स विभाग द्वारा उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा प्रायोजित “आत्मनिर्भर भारत के लिए महिला उद्यमिता” (Self-reliant India) विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन प्राचार्या डॉ श्रीमती योगिता मलिक की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री नीरज दहिया, सचिव, कॉलेज प्रबंधन समिति अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ प्राचार्या जी ने दीप प्रज्वलित करके किया। (Kharkhoda) इसके बाद प्राचार्य जी ने मुख्य अतिथि सहित सभी वक्ताओं को पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। कार्यशाला की संयोजिका डॉक्टर प्रमिला और डॉक्टर नमिता ने मंच संचालन करते हुए कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को उद्यमिता विकास के मूल सिद्धांतों से परिचित कराना है ताकि वे क्षेत्र की आवश्यकताओं और चुनौतियां को समझ सके।
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कार्यशाला में बीज वक्ता डॉ शेफाली नागपाल, डायरेक्टर यूजीसी -HRDC भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां से उपस्थित हुई । उन्होंने अपने व्याख्यान में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन महिलाओं को महिला उद्यमी कहते हैं जो किसी बिजनेस या उद्यम को आरंभ करने के साथ-साथ उसका सफल संचालन भी करती है। अमेरिका के बाद भारत की भी महिला उद्यमियों ने पूरे विश्व में अपनी पहचान अपने विजन और उत्पाद के माध्यम से बनाई है।
कार्यशाला के दूसरे सत्र के वक्ता श्री हर्ष CEO Mannat Group of Hotels से रहे एवं ऑनलाइन माध्यम से उन्होंने कार्यशाला में वक्तव्य दिया। (Atmanirbhar Bharat) उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि किस तरह से महिलाएं भी उद्यमिता को आधार बनाकर जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकती हैं। श्री लवलेश असिस्टेंट प्रोफेसर, श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी हरियाणा, से रहे और उन्होंने भी महिला उद्यमिता पर अपने विचारों को प्रकट किया।
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य जी ने सभी मेहमानों का धन्यवाद कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रकट किया। इस कार्यशाला में हरियाणा के अतिरिक्त दूसरे राज्यों दिल्ली, पंजाब आदि से भी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला की संयोजन समिति की भूमिका में डॉ मीनाक्षी, डॉ अनीता, श्रीमती पूनम और श्रीमती आकांक्षा ने भरपूर योगदान दिया। कुल 200 प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला में भागीदारी की। अन्य सभी स्टाफ सदस्य भी कार्यशाला में उपस्थित रहे।
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