बस लूटकांड में पेशी पर नही पहुंचा कुख्यात उधमसिंह

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Kairana News: कातिलाना हमले व धोखाधड़ी के दो अलग-अलग मामलों में तीन को कारावास

प्रदेश की कन्नौज जेल में बंद है कुख्यात, कोर्ट ने पेशी के लिए नियत की आगामी छह अप्रैल की तिथि

कैराना। (सच कहूँ न्यूज) प्रदेश की कन्नौज जेल में बंद कुख्यात उधमसिंह 31 वर्ष पुराने रोडवेज बस लूट कांड के विचाराधीन मामले में कोर्ट में पेशी पर नही पहुंचा। कोर्ट ने कुख्यात की पेशी के लिए आगामी छह अप्रैल की तिथि नियत की है।

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वर्ष 1992 में कोतवाली क्षेत्र के ऊंचागांव के निकट तीन बदमाशों ने यूपी रोडवेज की एक बस में हथियारों के बल पर लूटपाट की थी। पुलिस तफ्तीश में जनपद मेरठ के गांव करनावल निवासी उधमसिंह व सिराजुद्दीन तथा जनपद मुजफ्फरनगर के गांव जौला निवासी मुस्तकीम के नाम सामने आए थे, जिसमें पुलिस ने उधमसिंह को तमंचे के साथ गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। उधमसिंह वर्तमान समय में सूबे की कन्नौज जेल में बंद है। यह मामला कैराना स्थित न्यायालय में विचाराधीन है। शुक्रवार को कुख्यात उधमसिंह की इस मामले में कोर्ट में पेशी होनी थी, लेकिन वह पेशी पर नही पहुंचा। कोर्ट ने मामले में पेशी के लिए आगामी छह अप्रैल की तिथि नियत की है।

कोर्ट से 19 पुलिसकर्मियों के खिलाफ जारी हुए थे वारंट

रोडवेज बस लूटकांड की घटना के सभी गवाह पक्षद्रोही हो चुके है, लेकिन उधमसिंह से तमंचा बरामदगी में विवेचक ने 21 पुलिसकर्मियों को गवाह बनाया था। इनमें से मात्र दो पुलिसकर्मी ही कोर्ट में अपनी गवाही दे पाए है। विगत दिनों अदालत ने गवाही न देने वाले शेष 19 पुलिसकर्मियों के विरुद्ध वारंट तथा सीआरपीसी की धारा 350 के अंतर्गत नोटिस जारी किए थे। नोटिस तामील किये जाने के दौरान पुलिस को जानकारी हुई कि मामले में गवाह बनाए गए एक इंस्पेक्टर की मौत हो चुकी है। हालांकि अन्य पुलिसकर्मियों की लोकेशन का पता नही चल पाया। विगत 21 मार्च को तीन अन्य पुलिसकर्मी भी कोर्ट में अपनी गवाही दे चुके है। शुक्रवार को शेष 15 पुलिसकर्मियों को भी गवाही के लिए कोर्ट पहुंचना था।

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