नई दिल्ली। दूध के दाम घटने से आम लोगों को अब भी कोई (Milk Price Hike) राहत नहीं मिल रही है। आने वाले दिनों में दूध के दाम बढ़ सकते हैं और दूध के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच सकते हैं, क्योंकि चारा और दुधारू पशुओं के कारण उत्पादन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में आने वाले सालों में दूध के दाम बढ़ सकते हैं। नुकसान की भरपाई के लिए कंपनियां और किसान दूध के दाम बढ़ा सकते हैं।
चारे की कमी क्यों हुई?| Milk Price Hike
पशुओं के चारे में गेहूं का उपयोग होता है। गेहूं का निर्यात बढ़ने के कारण पर्याप्त चारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। दूसरी ओर गर्मी के बाद हुई बारिश ने फसलों को और नुकसान पहुंचाया है, जिससे मवेशियों के लिए चारे की किल्लत हो गई है। इसके अलावा दुधारू पशुओं की संख्या में भी कमी आई है।
दूध के दाम 13 से 15 फीसदी तक बढ़े | Milk Price Hike
दूध की थोक महंगाई दर दिसंबर में 6.99 प्रतिशत और जनवरी में 8.96 प्रतिशत थी और लगातार तीसरे महीने बढ़कर फरवरी में 10.33 प्रतिशत हो गई। जानकारों के मुताबिक दुनिया भर में खाद्यान्न की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी के बीच पिछले 15 महीनों में खुदरा दूध की कीमत में 13 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
चारे के दाम क्यों बढ़े? |Milk Price Hike
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण वैश्विक बाजार में आपूर्ति में कमी आई है। गेहूं, जौ और मक्का, जो प्रमुख चारा अनाज हैं, के निर्यात में भी वृद्धि हुई है। ऐसे में निर्यात ज्यादा होने से चारा 20 से 25 फीसदी तक बढ़ गया है, जो दूध उत्पादन का 70 से 75 फीसदी है।
मौसम का असर
बेमौसम बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जिससे न केवल खाद्यान्न उत्पादन कम होगा, बल्कि पशु आहार का उत्पादन भी कम होगा। चारे के लिए ऊंचे दामों की जरूरत होगी और ऐसे में दूध के दाम और बढ़ने की संभावना है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।