छोटी सरकार बदली पर, खारियां में जल निकासी के नहीं बदले हालात
- बारहमासी सड़क पर खड़ा रहता है एक-एक फीट तक गंदा पानी
खारियां। (सच कहूँ/सुनील कुमार) गांव की छोटी सरकार यानि पंचायत बदल चुकी है, लेकिन गांव खारियां (Kharian) में मैहणाखेड़ा रोड के हालात अभी तक नहीं बदले है। जल निकासी के उचित प्रबंध नहीं होने के कारण गांव में करीब 300 मीटर खस्ताहाल हुई सड़क के कारण ग्रामीणों के साथ-साथ यहां से गुजरने वाले वाहन चालक भी खासे परेशान हैं। बारहमासी सड़क पर खड़े रहने वाले पानी के कारण सड़क पर जानलेवा गड्ढे बन गए हैं और दोपहिया वाहन चालकों का यहां से आवाजाही करना किसी जोखिम से कम नहीं है।
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हर समय खड़े रहने वाले गंदे पानी के लिए यहां रहने वाले लोगों को भी जीना मुहाल हुआ पड़ा है और दुर्गंध फैलने के कारण अनेक बीमारियां भी फैल रही है। ग्रामीणों की माने तो वे इस समस्या को पिछले पांच वर्षों से झेल रहे हैं और अब तो ग्राम पंचायत भी नई बन चुकी है। लेकिन समस्या जस-की-तस है। ग्रामीणों ने प्रशासन व ग्राम पंचायत से जल निकासी के उचित प्रबंध करने की मांग की है।
दो बोर किए, पर नहीं हुआ समस्या का हल
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने ग्राम पंचायत के माध्यम से कई बार इस समस्या को उठाया है। हालांकि पिछली पंचायत ने करीब 15 लाख रूपए खर्च कर दो बोर भी करवाए, ताकि सड़क पर आने वाले पानी को उसमें डाला जा सकें। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों मुंह बाए खड़ी है। ग्रामिणों ने पंचायत व संबंधित विभाग से आह्वान किया है कि वो सड़क के साथ बड़ी शिविर लाईन डाले, जिससे इस समस्या का स्थाई समाधान हो जाए और ग्रामीणों को गंदगी व बिमारियों से मुक्ति मिल सके। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के मुख्य बस स्टैंड और जोधपुरिया (Jodhpuria) को जाने वाली सड़क के हालात भी कुछ कम नहीं है।
पिछले कई सालों से यहां पानी एकत्रित हो रहा है। जो मौहले वासियों के लिए बड़ी समस्या बना हुआ है। इसके लिए पंचायत ने दो बोर करवाए व पाईप भी डाली लेकिन वो लम्बे समय से बंद पड़ी है। जिससे ग्रामीणों व राहगीरों के लिए यहां से गुजरना मुश्किल हो रहा है। – सज्जन सिंह।
यदि थोड़ी सी बरसात हो जाए तो सड़क पर एक-एक फीट पानी भर जाता है और ये पूरे साल की समस्या बनी रहती है। हमने कई बार अपने खर्च पर ट्रैक्टर का पंखा लगाकर पानी को खेतों में निकाला, लेकिन यह समस्या का स्थाई समाधान नहीं है। प्रशासन को भी कई बार लिखित व मौखिक रूप से अवगत कराया है, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं हुआ है। – गौरव।
मैं एक दुकानदार हूँ और पिछले पांच सालों से यहां करीब एक से डेढ फीट गंदा पानी खड़ा रहता है, जिससे मेरी ही नहीं सड़क के आसपास जितनी भी दुकानें है, उन सबका काम धंधा चौपट हो गया है। क्योंकि झील बनी सड़क के कारण कोई भी ग्राहक यहां आना पसंद नहीं करता।
– विनोद कुमार।
विभाग की ओर से पहले पाईपें दबाई गई, जो काफी समय से बंद है। हमारी प्रशासन से ये मांग है कि यहां से बड़ी सीसी पाईपों की शिविर लाईन दबाकर गंदे पानी की निकासी घग्घर चैनल में डाली जाए ताकि ग्रामिणों को इस समस्या से छुटकारा मिल सके व किसानों को पानी सिंचाई के लिए पानी मिल सके।
– राजेन्द्र कुमार।
इस सड़क पर साल भर गंदे पानी खड़े रहने से मौहले में गंदगी, मक्खी मच्छर बढ़ रहे हैं जिससे मौहलेवासियों में बुखार, चर्म रोग व ऐलर्जी जैसे अनेकों बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। जो ग्रामिणों के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
– प्रकाश राम।
ग्रामीणों की इस समस्या के लिए पंयायत ने करीब 15 से 20 लाख रूपए लगाकर दो भूमिगत बोर करवाए जो अब पूर्णत्या बंद है। ये समस्या मौहले वासियों, ग्रामिणों, दुकानदारों तथा आने जाने वाले राहगीरों के लिए मुश्बित बनी हुई है। जिसका समाधान पंचायत व संबंधित विभाग को मिलकर जल्द से जल्द करना चाहिए।
– सुरजभान।
पूर्व पंचायत ने यहां दो बोर करवाए, जो कूड़ा-कर्कट व गंदगी जाने से बंद हो गए। इसके साथ यहां पास लगते खेतों के मालिक ने इस पानी को खेतों में जाने से रोक दिया, जिसके बाद यहां पानी इक्ठठा होने लगा है, जो अब बहुत ही बड़ी समस्या बन गया है।
– अमर सिंह, पूर्व सरपंच खारियां।
ग्राम पंचायत द्वारा इस समस्या के समाधान हेतु रेजुलेशन बनाकर संबंधित विभाग को भेजा हुआ हैं। विभागीय अधिकारियों ने भी तुरंत ही इस गंदे पानी की निकासी का समाधान जल्द करने का आश्वासन दिया है।
– माया देवी, सरपंच खारियां।
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