- ढाई लाख के इनामी आदित्य राणा के चार मददगार मुठभेड़ में गिरफ्तार
- अपराधियों को शरण देने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई:नीरज कुमार जादौन
बिजनोर(सच कहूँ/रविन्द्र सिंह)। नवागत तेज तर्रार एसपी नीरज कुमार (Bijnor police) जादौन के नेतृत्व में बिजनोर स्थित थाना स्योहारा पुलिस ने ढाई लाख रुपये के इनामी आदित्य राणा के चार मददगारों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से (Crime) मोबाइल, सिम और खाने-पीने का सामान बरामद हुआ । आरोप है कि ये चारों आदित्य को सामान देने जा रहे थे। हारा थाना क्षेत्र के गांव रानानंगला निवासी आदित्य राणा पिछले वर्ष 23 अगस्त को बिजनौर में पेशी के बाद लखनऊ जेल लौटते समय शाहजहांपुर में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।
अपराधियों की कमर तोड़ने में जुटी बिजनोर पुलिस | Bijnor police
बिजनोर में एसपी नीरज कुमार जादौन आने के बाद पुलिस ने अपराधियों की कमर तोड़ना शुरू कर दिया है। ढाई लाख के इनामी आदित्य राणा के मददगारों और शरणदाताओं पर कड़ा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कार्रवाई के तहत पुलिस ने गुरुवार को ढाई लाख रुपये के इनामी आदित्य राणा के भाई ग्राम प्रधान चंद्रवीर उर्फ बिट्टू को भी जेल भेज दिया है ।
तीन बिजनौर व एक मुरादाबाद का है आरोपी | Bijnor police
गुरुवार को देर रात करीब बारह बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि स्योहारा क्षेत्र के बेरखेड़ा से सत्तोनंगली रोड पर स्थित नियमताबाद मोड़ के पास जंगल में कुछ लोग कुख्यात बदमाश ढाई लाख के इनामी आदित्य राणा को सामान देने गए हैं। पुलिस ने जंगल में उनकी घेराबंदी की तो आरोपितों ने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग करते हुए पुलिस ने चार युवकों को दबोच लिया।
पुलिस ने ये आरोपी पकड़े गए
बिजनोर पुलिस द्धारा पकड़े गए आरोपीयों में राजेश पुत्र फूल सिंह निवासी ग्राम रतनपुर, निक्की पुत्र पुरन सिंह निवासी ग्राम बमनौली, अनुराग पुत्र राजवीर निवासी भगवानपुर रैनी थाना स्योहारा और जयकुमार पुत्र बृजपाल निवासी सलेमपुर थाना कांठ जिला मुरादाबाद हैं।
खाना और सामान पहुंचाने जा रहे थे पकड़े गए चारों आरोपी
आरोपियों ने बताया कि एक व्यक्ति मौके से भाग गया है, वह उन्हें आदित्य के पास ले जाने वाला था। वह आदित्य के लिए सिम, मोबाइल और खाने-पीने का सामान उपलब्ध कराने जा रहे थे। आरोपियों के पास से दो तमंचे, दो चाकू, दस जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। स्योहारा थाना प्रभारी राजीव चौधरी ने बताया कि चारों आरोपियों का चालान कर दिया गया है।
बमनौली में बनाया था ठिकाना | Bijnor police
आदित्य गिरफ्तार आरोपितों के संपर्क में था। कुछ समय पहले वह बमनौली गांव में निक्की के यहां रुका था। गिरफ्तार आरोपितों में दो युवक पेट्रोल पंप पर काम करते हैं। सभी आदित्य की मदद कर रहे थे। चर्चा है कि शातिर को रुकवाने में पेट्रोल कर्मियों का सहयोग रहा था। वह आदित्य के भाई के भी संपर्क में थे। हालांकि, पुलिस की घेराबंदी बढ़ने के बाद आदित्य ने यह ठिकाना भी छोड़ दिया था।
24 अगस्त को पुलिस की अभिरक्षा से फरार हुआ था कुख्यात
पिछले साल कुख्यात आदित्य राणा को बिजनौर कोर्ट में एक केस में लखनऊ जेल से पेशी पर लाया गया था। बिजनौर से लौटते हुए 24 अगस्त को आदित्य राणा शाहजहांपुर में पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला था। फरार होने से पहले दित्य ने पुलिस अभिरक्षा में ही शॉपिंग भी की थी। जिसके बाद आदित्य पर ढाई लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया। वहीं इसी साल पंद्रह जनवरी को प्रदेशीय माफिया भी घोषित किया जा चुका है। आदित्य के घर की कुर्की भी जा चुकी है लेकिन तमाम प्रयास के बाद भी वह पुलिस की पकड़ से दूर है।
40 से अधिक मुकदमे हैं दर्ज
फरार चल रहे आदित्य राणा पर चालीस से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें हत्या, जानलेवा हमला आदि समेत गंभीर वारदातों के मुकदमे दर्ज है। आदित्य जब फरार हुआ था तो उससे संबंधित केस के गवाहों और वादी को पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई थी।
आदित्य राणा शासन द्वारा चिन्हित एक शातिर माफिया है। उसके खिलाफ चालीस से ज्यादा मुकदमे हैं। जिस पर ढाई लाख का इनाम भी है। जिसके खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर रखे हैं। स्योहारा पुलिस की अपराधियों के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसमें शातिर अपराधी के भाई ग्राम प्रधान चंद्रवीर सिंह को गिरफ्तार करने के बाद , शुक्रवार को ढाई लाख के इनामी आदित्य राणा के चार मददगारों को भी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। इनामी आदित्य राणा की तलाश अभी जारी है।उन्होंने कहा कि अपराधियों को संरक्षण और मदद देने वालो पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नीरज कुमार जादौन,एसपी बिजनौर
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।