एमएसजी को करा उजागर, एमएसजी सरकार।
शाह सतनाम जी नाम की दीक्षा बख्श रहे दातार।
बख्श रहे दातार, स्वयं ही यंग हो रहे।
खुद ही करेंगे ‘वचन’, देख सब दंग हो रहे।
एमएसजी का नमन, स्वयं ही एमएसजी को
खिला चतुर्दिक चमन, श्रेय है एमएसजी को।
बघियाड़
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