किसी भी योजना को सफल बनाने के लिए जन भागीदारी जरूरी: वीके सिंह
- जल्द ही 4 अन्य स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर केंद्र होंगे शुरू: डॉ नितिन गौड़
- कूड़ा ट्रांसफर केंद्र की क्षमता 200 मीट्रिक, अब नहीं दिखेगी गंदगी
- अब नहीं दिखेगा कूड़ा, घरों से आने वाला गीला- सूखा कूड़ा कॉम्पेक्ट होकर कंटेनरों में डलेगा
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश का पहला स्मार्ट कूड़ा केंद्र शुरू हुआ। जोकि भोपाल इंदौर के प्लांटों से बेहतर है। नगरायुक्त डॉ नितिन गौड़ के निर्देशन में नगर निगम हॉट सिटी में शुमार शहर गाज़ियाबाद को स्वच्छता में स्थाई रूप से पहले पायदान पर स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। जिसके लिए नगरनिगम के जरिए शहर में लगातार अनेको प्रयास किए जा रहे है। इसी इसी क्रम में शनिवार को पीपीपी यानी प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप बेस अकबरपुर बहरामपुर के पास विजयनगर जोन में उत्तर प्रदेश का पहला ऑटोमेटिक कूड़ा ट्रांसफर केंद्र का लोकार्पण हुआ। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने लोकार्पण किया।
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इस कार्यक्रम में शहर विधायक अतुल गर्ग, निवर्तमान मेयर आशा शर्मा, डीएम राकेश कुमार सिंह, नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़, अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव, निगम के हेल्थ ऑफिसर डॉ मिथिलेश कुमार और कूड़ा ट्रांसफर केंद्र बनाने वाली प्राइवेट कंपनी के अधिकारी मौजूद रहे। वीके सिंह ने नगर निगम के कूड़ा ट्रांसपोर्ट कंटेनर को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि स्वच्छता के मामले में गाजियाबाद यूपी का नंबर-1 शहर है। स्वच्छता में भी देश में गाजियाबाद और बहत्तर रैंक हासिल करेगा। उन्होंने नगरायुक्त डॉ नितिन गौड़ के कार्यों की सरहना करते हुए कहा कि जनता को सहयोग करना होगा। सरकार की किसी भी योजना की सफलता जनभागीदारी से ही सम्भव है।
क्या बोले नगर आयुक्त
नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने कहा कि अब खुले में कूड़ा नहीं दिखेगा, घरों से आने वाला कूड़ा कॉम्पेक्ट होकर कंटेनरों में डलेगा। प्रदेश का यह पहला लोकार्पित कूड़ा ट्रांसफर केंद्र 200 मीट्रिक क्षमता को होगा। शहर में अभी ऐसे चार अन्य कूड़ा ट्रांसफर केंद्र भी बनाए जाएंगे। जोकि निगम के प्रत्येक जोन एरिया में जल्द शुरू होंगे। नगर आयुक्त ने जनता से अपील करते हुए कहा कि इस कार्य में सहयोग करें जनता सूखा और गीला कूड़ा अलग अलग करके ही निगम की गाड़ी में डाले। और शहर को स्वच्छ बनाने में नगर निगम का सहयोग करे। निवर्तमान मेयर आशा शर्मा ने कहा कि स्वच्छता के मामले में गाजियाबाद पूर्व में भी नंबर -1 रहा है। विकास कार्यों में नगर निगम का अच्छा रिकॉर्ड रहा है।
इस बार होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में भी उम्मीद है कि स्वच्छता में गाजियाबाद निगम का बेहतर प्रदर्शन रहेगा।शहर विधायक अतुल गर्ग ने कहा कि अच्छे कार्य की शुरुआत गाजियाबाद से होती है। स्मार्ट कूड़ा प्लांट की शुरूआत एक मील का पत्थर है। भविष्य में अन्य जनपद इसका अनुसरण करेंगे। इधर अगले महीने शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम सर्वेक्षण के लिए आ रही है। नगर निगम इससे पूर्व शहर को सफाई के मामले में स्मार्ट बनाने में जुटा हुआ है।
क्या है? स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर केंद्र
नगर निगम अंतर्गत घरों से सूखा और गीला कचरा अलग-अलग इकट्ठा किया जाएगा। गाड़ियों से ये कचरा स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर पहुंचेगा। स्टेशन पर मशीनों के जरिये कूड़े को दबाकर कॉम्पेक्ट किया जाएगा। फिर इसको स्टेशन पर रखे गए कैप्सूलनुमा बंद कंटेनरों में भरकर प्रोसेसिंग ग्राउंड पर पहुंचाया जाएगा। इन कंटेनरों की क्षमता 150 से 200 टन प्रतिदिन कूड़ा भंडारित करने की है। ये ट्रांसफर स्टेशन इस प्रकार के होंगे कि सामने खड़े होने पर भी आपको कूड़ा दिखाई नहीं देगा।
स्मार्ट स्टेशन विजयनगर शुरू हुआ है। और साहिबाबाद में काम जारी नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने बताया कि विजयनगर जोन का कूड़ा स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन अकबरपुर बहरामपुर में ट्रिपल पी मॉडल पर तैयार हुआ है। यहां पूरी तरह कवर्ड एरिया में कूड़ा इकट्ठा होने से विजयनगर जोन के लोगों को राहत मिलेगी। बदबू से भी निजात मिलेगी। वसुंधरा जोन में भी इसी तरह का स्टेशन साहिबाबाद इंडस्ट्रयिल एरिया में बनाया जा रहा है। इसके अलावा प्रत्येक जोन में इस तरह का एक स्टेशन बनेगा, जहां खुले में कूड़ा दिखाई नहीं देगा।
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