सीएम के नाम संगठनों ने सौंपा ज्ञापन
फतेहाबाद (सच कहूँ/विनोद शर्मा)। जिला फतेहाबाद में बढ़ती आपराधिक वारदातों व नशा तस्करी के खिलाफ जिला मुख्यालय के लोगों ने एतिहासिक बंद किया। पहली बार किसी राजनीतिक दल के दखल के बिना केवल सामाजिक-धार्मिक व व्यापारिक संगठनों की एकजुटता से बंद शत-प्रतिशत सफल रहा। बंद के तहत विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व क्षेत्र के सैंकड़ों लोग अनाज मंडी शैड के नीचे एकत्रित हुए। यहां विभिन्न संगठन पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए।
रोष प्रदर्शन व बैठक का कुशल संचालन जिन्दगी संस्था अध्यक्ष हरदीप सिंह ने किया। इसके उपरांत बड़ी तदादत में एकत्रित हुए संगठन पदाधिकारी व शहर के लोग भट्टू रोड, लाल बत्ती चौक, फव्वारा चौक, हंस मार्केट, थाना रोड, जवाहर चौक, शिव चौक व चार मरला कॉलोनी से होते हुए वापिस अंबेडकर पार्क पहुंचे। यहां अतिरिक्त उपायुक्त अजय चैपड़ा पुलिस के जिला अधिकारियों संग मौके पर पहुंचे, जिन्हें संगठन पदाधिकारियों ने सीएम के नाम सांझा मांग पत्र सौंपा।
इससे पूर्व बैठक को संबोधित नागरिक अधिकार मंच पूर्व प्रधान एवं पार्षद मोहन लाल नारंग, जिन्दगी संस्था अध्यक्ष हरदीप सिंह, बाजार व्यापार मंडल प्रधान अशोक नारंग, अनाज मंडी व्यापार मंडल प्रधान जगदीश भादू, पगड़ी संभाल जट्टा संगठन प्रमुख मनदीप, मोबाइल मार्किट प्रधान मुकेश नारंग एमके, सिटी वेलफेयर क्लब प्रधान विनोद अरोड़ा, नई उम्मीद संस्था प्रमुख संगीता प्रणामी, बेटी संस्था प्रधान जय सिंघल, सामाजिक कार्यकर्ता दुष्यंत बबलू शर्मा, पवन शर्मा मैमोरियल ट्रस्ट प्रमुख एडवोकेट प्रशांत शर्मा, कला साहित्य मंच प्रधान डॉ सुरेश पंचारिया, डीवाईएफआई यूनिट प्रमुख आदि ने मुख्य रूप से संबोधित किया।
इन मांगों को किया गया शामिल
सीएम के नाम सौंपे गए ज्ञापन में संगठनों ने 14 मांगों को शामिल किया।इनमें कैमिकल नशा पीड़ित रोगियों के स्थाई उपचार के लिए जिला फतेहाबाद मुख्यालय पर 100, टोहाना व रतिया में 50-50 बिस्तर का विशेष नशा पीड़ित अस्पताल बनाने, चिट्टा, हेरोईन, स्मैक आदि की नशा तस्करी में शामिल बड़े अपराधियों को उम्रकैद व फांसी की सजा का कानून बनाया जाने जैसी मांगों को शामिल किया।
इसके अलावा जिला फतेहाबाद-सिरसा को नशा तस्करी व आपराधिक घटनाओं के लिहाज से विशेष जोन घोषित करके शहरी क्षेत्र में रात्रि गश्त के लिए 20-20 पुलिस बाईक राइडर, ग्रामीण क्षेत्रों में 2 से 5 बाइक राइडर तैनात किए जाने, जिला मुख्यालय व ग्रामीण स्तर पर नशा व आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए विशेष कमेटियां बनाई जाए, जिनमें गैर राजनीतिक गणमान्यों को ही शामिल किए जाने की मांग भी रखी।
जिला मुख्यालय की सीमीओं पर स्थाई चेकिंग पोस्ट बनाई जाएं, ताकि कोई अपराधी वारदात के बाद सीमा से बाहर निकलने से पहले पकड़े जाने को भी शामिल किया। नार्कोटिक सैल भंग करके उनकी जगह प्रत्येक थाना में स्पेशल टीम तैनात करके उन्हें सिर्फ नशा तस्करों पर नकेल कसने का जिम्मा सौंपा जाए।नगर परिषद, जिला परिषद व पंचायतों व जिला पुलिस को सभी चैक-चैराहों पर एचडी सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए जाएं।।हाई स्कूल से कॉलेज स्तर पर एक शिक्षिक को प्रशिक्षण देकर नशा से दूर रहने की काउंसलर की भूमिका में प्रत्येक सप्ताह क्लास लेने का प्रावधान किया जाए।
सड़क पर थे शहरवासी, संगठन पदाधिकारी, सुरक्षा के लिए पुलिस रही नदारद
अक्सर विरोध प्रदर्शनों में सुरक्षा के लिहाज से विरोध जताने वालें के आगे रहने वाली पुलिस विभाग की पीसीआर अपराध व नशा तस्करों के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने वाले शहरवासियों व संगठन पदाधिकारियों को सुरक्षा नहीं देने में नदारद रही। जिला पुलिस के इस रवैये को लेकर संगठन पदाधिकारियों ने गहरा रोष प्रकट किया।
अपराध मुक्त फतेहाबाद के लिए हर त्याग को तैयार: हरदीप सिंह
इस बंद का आह्वान करके सभी सामाजिक-धार्मिक व व्यापारिक संगठनों के साथ-साथ आमजन को एकजुट करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता हरदीप सिंह ने सफल बंद का श्रेय समस्त शहरवासियों के साथ-साथ इस बंद को आंदोलन का रूप देने में जी-जान लगाने वाले सभी संगठनों के पदाधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह का दबाव जिला पुलिस प्रशासन संगठन पदाधिकारियों पर बना रहा था। उन पर राजनीतिक करने के आरोप जड़ रहा था। शहर की जनता ने ऐतिहासिक बंद करके अपनी पीड़ा तो ब्यां की ही, साथ ही यह स्पष्ट रूप से जता दिया कि अब जिला फतेहाबाद चैन से नहीं बैठेगा। वह फतेहाबाद को नशा व अपराधमुक्त बनाने के लिए हर तरह का त्याग करने को तैयार है। आज का फतेहाबाद बंद किसी एक व्यक्ति, संगठन की नहीं, बल्कि पूरे शहर की एकजुटता की जीत का प्रमाण देने वाला साबित हुआ है, जिसके लिए सभी संगठन पदाधिकारी व शहरवासी बधाई के पात्र हैं।
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