एक चरखी दादरी में भी: खट्टर
चरखी दादरी (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि पशुओं की देखभाल के लिए प्रदेश में छह पॉलीक्लीनिक बनाये जाएंगे जिनमें से एक चरखी दादरी में बनाया जाएगा। खट्टर ने सोमवार को यहां 39वीं हरियाणा पशुधन प्रदर्शनी के समापन अवसर पर कहा कि वर्तमान में राज्य में सात पॉलीक्लिनिक हैं। सरकार ने गौ वंश की देखभाल के लिए गौ सेवा आयोग के बजट में 10 गुणा वृद्धि कर 400 करोड़ रुपये कर दिया है। उन्होंने इस मौके पर पशुधन प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री जय प्रकाश दलाल और पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण और पशुपालन मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत जिन परिवारों की आय एक लाख रुपये से कम है, उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। इस योजना के अंतर्गत अधिकतर परिवार पशुपालन के काम में आगे आ रहे हैं, जिनकी सहायता के लिए बैंकों के माध्यम से इन परिवारों को ऋण दिलाया जा रहा है। इस वर्ष दो लाख परिवारों की आमदनी बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पशुपालन या अन्य किसी कार्य के लिए इन दो लाख परिवारों के लिए 2000 करोड़ रुपये आरक्षित किये गये हैं। वर्ष 2023-24 के बजट में सांझी डेयरी की परिकल्पना की गई है जिसके तहत पंचायत की जमीन पर एक शेड बनाया जाएगा, जिसमें पशुपालक, जिनके पास अपने पशु बांधने के लिए जगह नहीं है, वे इस साझा शेड में अपने पशुओं को रख सकेंगे। सहकारिता विभाग यह कार्य करेगा। एक अप्रैल से यह योजना शुरू की जाएगी।
गौ हत्या करने पर 10 साल तक की सजा
उन्होंने कहा कि सरकार ने गौ वंश की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाए हैं। गौ हत्या करने पर 10 साल तक की सजा तथा जुमार्ने का प्रावधान है। हरियाणा में 632 गौशालाएं हैं। गौ सेवा आयोग का गठन किया गया है। बेसहारा गौ वंश की देखभाल की खातिर बजट में वृद्धि की गई है। इसमें उन गौशालाओं को अधिक बजट दिया जाएगा, जो बेसहारा गौ वंश की देखभाल करेंगी। पंचायत या अन्य संस्थाएं भी गौशाला बनाकर पशुओं की देखभाल करेंगी, उन्हें भी अनुदान दिया जाएगा। हमारे यहां पशुओं की पूजा होती है। गाय को माता का स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि गाय का ए-टू दूध बहुत लाभकारी है, जिससे अनेक प्रकार की बीमारियां दूर होती हैं। इस दूध से आँखों की रोशनी बढ़ती है और अन्य गम्भीर बीमारियों में भी यह लाभकारी हैं।
उन्होंने प्रदर्शनी में आए किसानों और पशुपालकों का आह्वान किया कि वे पारम्परिक खेती के अलावा, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन, फूलों की खेती, फूड प्रोसेसिंग के लघु उद्योग लगाने जैसे अन्य व्यावसायिक गतिविधियां अपनायें। यदि किसी को कोई कठिनाई आती है तो उसे दूर करने के लिए सरकार सदैव आपके साथ खड़ी है। इस अवसर पर श्री दलाल ने कहा कि इस प्रकार के मेले आयोजित करने का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को नई तकनीकों की जानकारी देना और इनके माध्यम से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि कर उनकी आमदनी बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि गांव विकसित हों, किसान की आमदनी बढ़े तथा किसान और पशुपालक समृद्ध हों। इसी दिशा में हरियाणा सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा अकेला प्रदेश है, जहां आठ लाख से अधिक पशुओं का बीमा किया गया है। केंद्र सरकार की नीतियों के अनुसार प्रदेश में एक कॉल सेंटर बनाया जाएगा, जहां पशुपालक कॉल करके एम्बुलेंस की मांग कर सकेंगे। पहले चरण में 70 एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। बाद में 200 एम्बुलेंस होंगी।
धनखड़ ने पशुपालकों का आह्वान किया कि वे हरियाणा को प्रति पशु दूध उत्पादन में इजराइल के बराबर ले जाने का संकल्प लें। उन्होंने बताया कि लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार के वैज्ञानिकों ने सरोगेटरी तकनीक से बछड़िया पैदा करने में सफलता हासिल की है। इसी प्रकार भैंस अनुसंधान द्वारा क्लोन से झोटा पैदा करने में भी सफलता हासिल की है। इससे निश्चित रूप से प्रदेश दूध उत्पादन में आगे बढ़ेगा।
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