देश में 24 घंटे में कोरोना के 112 सक्रिय मामले बढ़े
नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के सक्रिय मामले पिछले 24 घंटों में 112 बढ़कर 3406 हो गये। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को दी गयी जानकारी के अनुसार राहत की बात यह है कि इस अवधि में 343 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब कोरोना संक्रमण को मात देकर पूरी तरह से स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 4,41,55,782 पर पहुंच गया है। इस दौरान इस महामारी से एक व्यक्ति की मौत हुई है। देश में अब तक इस बीमारी से 530780 लोगों की मौत हो चुकी है।
देश में कोरोना टीकाकरण भी जारी है और इसी क्रम में पिछले 24 घंटों में 7,147 लोगों को टीका लगाया गया है और अब तक देश में 2,20,64,48,337 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 4,46,89,968 है। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान केरल में सक्रिय मामलों की संख्या में सर्वाधिक 31 की वृद्धि हुई है। इसके अलावा दिल्ली में 27, गुजरात में 15, कर्नाटक 14, तमिलनाडु-तेलंगाना 12-12 और राजस्थान में 10 का इजाफा हुआ है।
मौसमी इन्फ्लुएंजा (एच3एन2) से हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी है और केंद्र सरकार ने इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकारों को सतर्कता बरतने और किसी भी स्थिति से निपटने की निर्देश दिये हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां बताया कि एच3एन2 से हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु होने की पुष्टि की गयी है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राज्यों में नौ मार्च तक एच3एन2 सहित इन्फ्लुएंजा के कुल 3038 मामलों की पुष्टि की गई है। इसमें जनवरी में 1245, फरवरी में 1307 और मार्च में ( 09 मार्च तक) 486 मामले शामिल हैं।
क्या है मामला
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने मौसमी इन्फ्लुएंजा की स्थिति को लेकर मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की है और राज्यों को सतर्कता बरतने को कहा है। मांडविया ने एक ट्वीट में कहा, ह्यदेश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर समीक्षा बैठक की। राज्यों को अलर्ट रहने और स्थिति की बारीकी से निगरानी करने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। इसके अतिरिक्त, नीति आयोग कल यानी 11 मार्च को राज्यों में मौसमी इन्फ्लुएंजा की स्थिति की समीक्षा करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों, प्रबंधन दिशानिर्देशों और बढ़ते मौसमी इन्फ्लुएंजा के प्रबंधन के लिए प्रोटोकॉल के संदर्भ में एक अंतर-मंत्रालयी बैठक आयोजित करेगा।
साबुन से हाथ धोना चाहिए
मंत्रालय ने कहा है कि केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है और सभी स्वास्थ्य उपायों के लिए तैयार है। मंत्रालय वास्तविक एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के माध्यम से विभिन्न राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में मौसमी इन्फ्लुएंजा की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है। मंत्रालय मौसमी इन्फ्लुएंजा के कारण रुग्णता और मृत्यु दर पर भी नजर रख रहा है। यह इन्फ्लूएंजा बच्चों और वृद्धों के लिए सबसे खतरनाक है। मंत्रालय ने कहा है कि मौसमी इन्फ्लूएंजा एक तीव्र श्वसन संक्रमण है। भारत में हर साल मौसमी इन्फ्लूएंजा एक जनवरी से मार्च तक और दूसरा मानसून के बाद के मौसम में होता है। मार्च के अंत से मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों में कमी आने की उम्मीद है।
मंत्रालय ने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने मौसमी इन्फ्लूएंजा से बचाव और इलाज के लिए परामर्श जारी किया है। पीड़ित व्यक्ति को मास्क लगाना चाहिए और भीड़भाड वाले स्थानों से बचना चाहिए। साबुन से हाथ धोना चाहिए। एंटीबायोटिक दवायें नहीं लेनी चाहिए और पैरासिटामोल दवा का प्रयोग करना चाहिए। अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
जानें, कोरोना से बचाव के लिए पूज्य गुरू जी के वचन
डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा देश व समाजहित की दिशा में अनेकों कदम उठाएं हैं। देश पर जब-जब प्राकृतिक आपदा आई पूज्य गुरु जी ने हर संभव मद्द पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया। पिछले वर्ष अप्रैल 2021 में कोरोना महामारी के दौरान भी डॉ. एमएसजी ने ‘रूहानी पत्र’ भेजकर करोड़ों श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया था । पूज्य गुरु जी के ‘रूहानी पत्रों’ में भेजे गए पावन संदेश के कुछ अंश।
सुबह-शाम कम से कम 15-15 मिनट करें प्राणायाम
आप सबको पता ही है कि कोरोना महा बिमारी चल रही है, इससे प्रभु सबको बचाएं इसके लिए मैं प्रभु से सुबह-शाम प्रार्थना करता रहता हूँ। सरकार जो भी निर्देश दे आप सबने उसे पूरा-2 मानना है और पूरा-2 सहयोग देना है। इस बिमारी से बचने के लिए, मैं आपको कुछ सुझाव दे रहा हूँ:-
1. सुबह-शाम कम से कम 15-15 मिनट प्राणायाम के साथ मालिक का नाम जरूर जपा करें।
2. साबुन से दोनों हाथों पर झाग बनाके, एक-दूसरी हथेली पर ‘खाज’ करें ताकि नाखुन पूरी तरह साफ हो जाए।
3. घरेलू प्रोटीन जैसे चने, सोयाबीन, पनीर, दही, दूध, छाछ, दालें, पिस्ता इत्यादि व विटामीन सी जैसे नींबू, संतरा, किन्नू, मौसमी, आंवला इत्यादि जरूर लें।
4. तुलसी, नीम, चार-चार पत्ते, गिलोय (टहनी व पत्ते) 10 ग्राम, लौंग-इलाईची 2-2, हल्दी, मुलेठी, अजवायन, सौंठ, सब एक-एक चुटकी, जीरा 5 ग्राम। 300 ग्राम पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक 150 ग्राम ना रह जाए। अब इसे चाय की तरह धीरे-2 पीए। दिन में एक बार। 20 ग्राम गुड़ या शहद डाल सकते हैं।
अपने हाथ चेहरे पर बार-2 न लगाएं
‘‘हमारे करोड़ों बच्चों, हम आप सब से (प्रार्थना करते हैं) कहते हैं कि ‘कोरोना’ महाबिमारी से संघर्ष में सरकार जो भी दिशा निर्देश दे, उसका आप सब पूरा-2 पालन करें। हम आप सबसे गुजारिश करते हैं कि चाहे ‘अनलॉक’ है पर आप सब ज्यादा समय अपने घर के अन्दर ही रहें। काम-धन्धे पर या सफर पर जाते समय ‘मास्क’ जरूर लगाएं व एक-दूसरे से 7 फुट की दूरी बनाएं रखें। बाहर से जब आप घर लौटें तो सबसे पहले नहाएं व पहने हुए कपड़े ‘सर्फ’ वाले पानी में डाल दें। नए कपड़े पहन कर अपने परिवार के पास जाएं। अपने हाथ चेहरे पर बार-2 न लगाएं।’’
मॉस्क जरूर लगाएं
‘‘जब भी घर से बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाया करो। देश व संसार में सुख शान्ति व खुशहाली के दरवाजे खुल जाएं। बाकि प्रभु उसी में खुश रखना जो तेरी रजा है। प्यारे बच्चो, आप सब भी देश की सुख शान्ति के लिए एक दिन (12 या 24 घंटे) का व्रत रखें। एक दिन का राशन भी जरूरतमंदों को दें।’’
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