धनाना गाँव की नीतू घनघस व साक्षी ढ़ांडा का हुआ चयन
- वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अपने चयन पर बोली साक्षी
- वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीन बार जीत चुकी मेडल, इस बार होगी जीत
- साक्षी के पिता मनोज बोले, बेटे से चुक हो सकती है, पर बेटियाँ कभी निराश नहीं करती
- नीतू के ताऊ रणबीर बोले, भिवानी की 5 बेटियों व उनमें धनाना की दो बेटियों का चयन गर्व की बात
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। मिनी क्यूबा भिवानी की पाँच बॉक्सर बेटियों का वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में चयन हुआ है। इनमें दो बेटियाँ नीतू व साक्षी अकेले धनाना गाँव की हैं। बॉक्सर साक्षी ढ़ांडा उनके पिता व बॉक्सर नीतू के ताऊ को पूरी उम्मीद है कि इस बार गोल्ड मिलेगा फिर ये बेटियाँ ओलंपिक में देश का नाम रोशन करेंगी। मिनी क्यूबा भिवानी की बेटियों की बॉक्सिंग में बादशाहत बरकरार है। इसका ताजा उदाहरण वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भिवानी की पाँच बेटियों का चयन होना है। बता दें कि इस बार ये वर्ल्ड वुमन बॉक्सिंग चैंपियनशिप 15 से 26 मार्च तक इंदिरा गांधी इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स नई दिल्ली में होने जा रही है।
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जिसमें 74 से अधिक देशों की 350 के करीब महिला बॉक्सर भाग लेंगी। इसमें इंडिया की 12 बॉक्सर होंगी, जिसमें 8 हरियाणा की, इनमें 5 भिवानी की और भिवानी जिला में अकेले धनाना की दो बेटियाँ नीतू व साक्षी हैं। इस चैंपियनशिप में भिवानी की नीतू घनघस (48‘ॅ), साक्षी ढ़ांडा (52‘ॅ), प्रीति पंवार (54‘ॅ), जैस्मिन लंबोरिया (60‘ॅ) व नुपूर श्योराण (81+‘ॅ) में अपने मुक्कों का दमखम दिखाएँगी।
हरियाणा सरकार की नीति बेहतर, केस अवार्ड व नौकरियाँ बढ़ें तो ह सोने पर सुहागा- साक्षी
इनमें ज्यादातर बेटियाँ फिलहाल पटियाला में ट्रेनिंग कर रही हैं। धनाना गाँव में बॉक्सर साक्षी अपने पिता व नीतू के ताऊ रणबीर से मिलने पहुँची। इस दौरान साक्षी ढ़ांडा ने बताया कि वो पहले भी तीन बार वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीत चुकी है। इस बार भी पूरी तैयारी है। साक्षी ने बताया कि इसके बाद एशियन चैंपियनशिप होगी, जो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई भी होगी। उसकी भी पूरी तैयारी है। साक्षी ने कहा कि वो पूरी मेहनत कर ओलंपिक में देश को गोल्ड दिलाएँगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार खेल और खिलाड़ियों के लिए अच्छा काम कर रही है। सरकार केस अवार्डी व नौकरियाँ भी बढ़ा दें तो सोने पर सुहागा हो जाए।
वहीं साक्षी के पिता मनोज ढ़ांडा ने बताया कि देश की 12 में से 8 हरियाणा की और उनमें 5 बेटी भिवानी की होना गर्व की बात हो। जिनमें साक्षी व नीतू दोनों उनकी बेटियाँ हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों को पढ़ाई व खेल में आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए। मनोज ने कहा कि बेटे से चूक हो सकती है पर बेटी माँ बाप को कभी निराश नहीं करती। नीतू घनघस के ताऊ रणबीर परने बताया कि हमारे गाँव की दो बेटियों का चयन गर्व की बात है। ये सुन कर सीना चौड़ा हो जाता है। रणबीर ने कहा कि नीतू के पिता जयभगवान व साक्षी के पिता मनोज ने 2012 से अपनी बेटियों को आगे बढ़ाने का सपना देखा। जिनकी आज मेहनत सफल हुई है।
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