चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को कहा कि राज्य शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव का गवाह बनेगा जिससे विद्यार्थी अपने उज्जवल भविष्य की सृजना कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रधानाध्यापाकों के दूसरे बैच को प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर रवाना किया। यहाँ मैगसीपा में अध्यापकों के दूसरे बैच को सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए हरी झंडी दिखा कर रवाना करने के मौके पर श्री मान ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान इन अध्यापकों को विदेशों में प्रचलित आधुनिक अध्यापन अभ्यासों की ट्रेनिंग दी जायेगी।
यह भी पढ़ें:– समाज की वंचितों प्रतिभाओं को उचित मंच देते हुए हुनर फेस्ट सफतापूर्वक सम्पन
उन्होंने कहा कि वापसी के बाद यह अध्यापक विद्यार्थियों और अपने साथी अध्यापकों के साथ अपने अभ्यासों को सांझा करेंगे और ताकि विद्यार्थी विदेशों में पढ़ाई के पैटर्न से अवगत हो सकें। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के विद्यार्थी विदेशों में पढ़े-लिखे अपने साथियों का मुकाबला करने के योग्य होंगे।
विद्यार्थियों को बहुत फायदा होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम है जो विद्यार्थियों की भलाई के लिए राज्य की समूची शिक्षा प्रणाली को बड़े स्तर पर मजबूती देगा। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गौरव का विषय है, क्योंकि यह अध्यापक आने वाले समय में शिक्षा क्षेत्र में बदलाव के एजेंट के तौर पर काम करेंगे। मान ने उम्मीद जतायी की कि इससे विद्यार्थियों को बहुत फायदा होगा और राज्य की शिक्षा प्रणाली में अपेक्षित गुणात्मक तबदीली आयेगी। मान ने कहा कि यह बड़े गौरव और संतोष वाली बात है कि इनमें से ज्यादातर अध्यापक राज्य या राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं और शिक्षा के क्षेत्र में अपना अलग स्थान बना चुके हैं।
उन्होंने कहा कि इन अध्यापकों का चयन करने का एकमात्र मापदंड मैरिट है जिससे यह निश्चित किया जा सके कि वह शिक्षा सुधार में अग्रणी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद उनको राज्य भर के किसी भी स्कूल में तैनात करने के लिए उनके साथ पहले ही समझौता किया जा चुका है।
पंजाब देश भर में मानक शिक्षा के मॉडल के तौर पर उभरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की पहल शिक्षा के सुधार के लिए बहुत सहायक सिद्ध होगी और वह है ह्यस्कूल आफ एमिनेंसह्ण। उन्होंने कहा कि यह स्कूल भावी मुकाबलों के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए और ज्यादा सहायक सिद्ध होंगे। मान ने कल्पना की कि यह स्कूल दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल बनेंगे जिसको देश भर में अपनाया जायेगा।
मान ने कहा कि इन सभी यत्नों का एकमात्र उद्देश्य नौजवानों को राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय हिस्सेदार बना कर हुनर के पलायल के रुझान को पलटना है। उन्होंने कहा कि पंजाबी नौजवानों में बड़ा सामर्थ्य है जिस कारण विश्व प्रसिद्ध आई. टी कंपनियाँ और यूनिवर्सिटी राज्य के साथ ज्ञान सांझा करने सम्बन्धी समझौता करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में पंजाब देश भर में मानक शिक्षा के मॉडल के तौर पर उभरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगापुर का दौरा शिक्षा के क्षेत्र में अध्यापकों के पेशेवर ज्ञान और महारत में विस्तार करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से अपनी किस्म की यह पहली पहलकदमी अध्यापकों की विदेश जाकर प्रशिक्षण के लिए राज्य योजना का हिस्सा है, जिसको मंत्री मंडल की तरफ से मंजूरी दी गई है और इसका उद्देश्य यह यकीनी बनाना है कि अध्यापकों के पेशेवर हुनर में विस्तार हो जिससे वह विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें। श्री मान ने कहा कि इस कदम का एकमात्र उद्देश्य सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए मानक शिक्षा यकीनी बनाना है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।