कभी शराब में धुत्त रहने वाला आज लोगों को कर रहा नशा छोड़ने के लिए प्रेरित
ओढां, राजू। नशा त्यागकर खुशहाल जिंदगी जीने के उद्देश्य से सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने ‘डेप्थ’ मुहिम की शुरूआत की। इस मुहिम के समाज में सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। जिन घरों में नशे के कारण हर रोज झगड़ा व अशांति रहती थी वहां अब राम-नाम की बात होने लगी है। इसका एक उदाहरण गांव ओढां में कुलवंत सिंंह के रूप में देखा जा सकता है। परिजनों का कहना है कि पूज्य गुरु जी की वजह से उनके घर में शांति व सुकून वापस लौट आया है।
दरअसल करीब 41 वर्षीय कुलवंत सिंह पेशे से किसान है। छोटा खेतिहर होने के चलते कुलवंत सिंह कोल्ड ड्रिंक की गाड़ी पर ड्राइविंग का कार्य करने लग गया। कुलवंत सिंह की शराब की लत ऐसी थी कि कई बार वह शराब में दिन-रात एक कर देता था तो वहीं कई बार गाड़ी को रास्ते में खड़ी कर शराब पीने लग जाता। जिसके चलते कई बार दुर्घटना होते-होते बची।
कुलवंत की इस आदत के चलते घर में अक्सर गाली-गलौच व क्लेश रहता था। उसकी इस लत से उसके परिजन बहुत परेशान थे। परिजनों व रिश्तेदारों ने कुलवंत को काफी समझाया, लेकिन उसने शराब नहीं छोड़ी। कुलवंत के पड़ोस में रहने वाले शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सदस्य जीवनपाल इन्सां ने कुलवंत सिंह को समझाया कि वह एक बार उसके साथ पूज्य गुुरु जी के सत्संग में चले। जीवनपाल इन्सां के बार-बार कहने पर कुलवंत सिंह उसके साथ जाने को तैयार हो गया।
सत्संग में पू्ज्य गुरु जी ने नशे के खिलाफ चलाई डेप्थ मुहिम के तहत नशा छोड़ने के वचन फरमाए। कुलवंत सिंह पूज्य गुरु जी के पावन वचनों से इस कदर प्रभावित हुआ कि उसने उसी दिन से शराब से तौबा कर ली। कुलवंत सिंह ने घर आते ही अपने परिजनों को कहा कि वह अब से कभी शराब नहीं पीएगा। ये बात सुनकर पहले तो परिजनों को विश्वास नहीं हुआ, लेकिन बाद में उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
गाली-गलौच, झगड़ा व तोडफोड़ थी आम बात
कुलवंत सिंह की माँ जसमेल कौर व भाई केवल सिंह ने बताया कि कुलवंत की शराब पीने की लत के चलते वे काफी परेशान थे। घर में झगड़ा, गाली-गलौच व तोडफोड़ आम बात हो गई थी। उन्होंने बताया कि कुलवंत सिंह को उन्होंने बहुत समझाया, लेकिन उसने सिर्फ अपनी लत को आगे रखा। घर में झगड़ा रहने के चलते हर तरफ अशांति फैली हुई थी। पूज्य गुरु जी के कारण आज कुलवंत सिंह शराब छोड़कर परिवार के साथ एक सुखी जीवन व्यतीत कर रहा है। कुलवंत सिंह अब अन्य लोगों को भी नशा न करने के लिए प्रेरित कर रहा है। कुलवंत सिंह में अचानक आए इस बदलाव से उसके परिजन ही नहीं बल्कि अन्य लोग भी आश्चर्यचकित हैं।
मुझे स्वयं पता नहीं होता था कि कितनी बोतल खाली हो गई। मैं खुद इस लत से परेशान था, लेकिन मैं चाह कर भी इसे छोड़ नहीं पा रहा था। पूज्य गुरु जी के दर्शन पाकर एवं डेप्थ मुहिम से जुड़कर मेरा जीवन सुधर गया। अब शराब छोड़ दी तो छोड़ दी। अब मैं अपने परिवार के साथ एक सुखी जीवन व्यतीत कर रहा हूँ। मैं इसके लिए पूज्य गुरु जी का कोटि-कोटि आभारी हूं, जिन्होंने मेरी ही नहीं मेरे जैसे कितने ही लोगों की जिंदगी बदल दी। मैं मेरे गांव के डेरा अनुयायी जीवनपाल इन्सां का भी आभार व्यक्त करता हूँ जिसने मुझे ये मार्ग दिखाया। मैं उन सभी लोगों से विनती करता हूँ जो नशे के शिकार हैं। नशा छोड़ें और अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी जीएं।
-कुलवंत सिंह।
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