- गांव बारवास की बणी में बोलेरो गाड़ी में जले हुए मिले शवों की हुई पहचान
- मृतक दोनों व्यक्ति राजस्थन के भरतपुर जिला के गांव घाटमिका के थे निवासी
- पुलिस ने शव व जली हुई गाड़ी जांच के लिए भरपतपुर पुलिस को सौंपे : एसपी
- अब इस सारे मामले की जांच करेंगी राजस्थान पुलिस : एसपी
भिवानी (इन्द्रवेश)। भिवानी जिला के बारवाास गांव की बणी (Bhiwani News) (जंगली क्षेत्र) में जली हुई बोलेरो गाड़ी में मिले दो जले हुए शवों के मामले में पहचान हो गई है। मृतक दोनों व्यक्ति राजस्थान के भरतपुर जिला के गांव घाटमिका के निवासी थे। जब बारवास गांव के लोगों ने खेत में जली हुई गाड़ी की सूचना पुलिस को दी तो पुलिस तुरंत जांच में जुट गई तथा इस गाड़ी में सवार दोनों व्यक्तियों की पहचान जुनैद व नासिर के तौर पर की गई है, जो भरतपुर जिला के गांव घाटमिका के निवासी थे। ये दोनों पेशे से ड्राईवरी का कार्य करते थे। इनके गुमशुदगी की रिपोर्ट इनके परिजनों ने बुधवार को दर्ज करवाई हुई थी। इसी के आधार पर इनकी पहचान हो पाई है। गुमशुदगी के 24 घंटे बाद लगभग 200 किलोमीटर दूर भिवानी जिला के गांव बारवास की बणी में इन दोनों व्यक्तियों के शव पाए गए।
दोनों मृतक जुनैद व नासिर पेशे से थे ड्राईवर | Bhiwani News
मामले की जांच के बाद राजस्थान के भरतपुर पुलिस को भिवानी बुलाया गया। जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने जले हुए शवों का पोस्टमार्टम कर उन्हे पॉलिथीन में लपेटकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को शव सौंप दिए गए तथा जांच के लिए बुलेरो गाड़ी को क्रेन के माध्यम से उठाकर राजस्थान पुलिस को सौंप दिया गया। राजस्थान के भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। अब गोपालगढ़ पुलिस ही इस सारे मामले की जांच करेंगी।
घटना के एक दिन पहले दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट करवाई गई थी दर्ज
इस बारे में भिवानी (Bhiwani News) के पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह एवं लोहारू के डीएसपी जगत ङ्क्षसह मोर ने बताया कि राजस्थान के भरतपुर जिला के गोपालगढ़ थाना पुलिस के हवाले जली हुई बोलेरो गाड़ी कर दी गई है। गाड़ी के चैसिस नंबर के आधार पर जब पता लगाया गया कि गाड़ कहां की है, तब गोपालगढ़ थाने में इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज पाई गई। सीआरपीसी की धारा-174 के तहत कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
अब इस सारे मामले का आगे का अनुसंधान राजस्थान पुलिस करेगी तथा हत्या किए जाने के ऐंगल से आगे की जांच किए जाने का उन्होंने अंदेशा जताया। इस सारे मामले को गो-तस्करी व बजरंग दल से जोड़े जाने के सवाल पर डीएसपी जगत सिंह मोर ने कहा कि लोहारू क्षेत्र के लोग शांतिप्रिय है तथा कृषि कार्य करते है। इस घटना में स्थानीय लोगों की संलिप्ता प्राथमिक दृष्टि में नहीं पाई गई है। राजस्थान से ही कोई व्यक्ति इनका पीछा कर रहा था। इस बात की जांच अब राजस्थान पुलिस आगे बढ़ाएगी।
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