संतोष बैनीवाल व माखोसरानी का सरपंच चार घंटे बाद रिहा
- धरनास्थल पर ही सरपंचों ने मनाई रविदास जयंती
- सरकार नहीं दबा सकती आवाम की आवाज: संतोष बैनीवाल
नाथूसरी चौपटा (सच कहूँ/भगत सिंह)। नरवाना में आयोजित कार्यक्रम में सीएम मनोहर लाल का विरोध करने के लिए जाते वक्त नाथूसरी चौपटा से दड़बा कलां की सरपंच संतोष बैनीवाल और माखोसरानी के सरपंच सुभाष कासनियां को करीब सात बजे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसकी सूचना आसपास के ग्रामीणों को मिलने पर ग्रामीण नाथूसारी चौपटा थाना के सामने एकत्रित हो गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसी दौरान नाथाना के सामने लोगों ने धरना शुरू कर दिया। रोष प्रदर्शन की सूचना मिलने पर चौपटा थाना में महिला व पुलिस बल तैनात कर दिया गया। करीब आधे घंटे तक रोड पूरी तरह से जाम रहा। वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।
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नाथूसरी चौपटा थाना प्रभारी रामकुमार ने धरनारत लोगों को समझाया और महिला सरपंच संतोष बैनीवाल व सरपंच सुभाष कासनियां को थाने के बाहर धरने में शामिल होने की इजाजत देकर नाथूसरी चौपटा थाना से रिहा किया। इस दौरान सरपंचों ने गुरु रविदास जयंती का कार्यक्रम भी थाना के सामने धरनास्थल पर आयोजित किया। गुरु रविदास की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर नमन किया।
इस मौके पर गांव दड़बा कलां की सरपंच व हरियाणा सरपंच एसोसिएशन की उपप्रधान संतोष बैनीवाल ने कहा कि मौजूदा सरकार अपनी नीतियों से आमजन को परेशान करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार आवाम की आवाज को दबा नहीं सकती। इस मौके पर नाथूसरी कलां की सरपंच रिटा कासनियां, जमाल से विनोद रानी, बरवाली द्वितीय से कांता रानी, सरपंच प्रतिनिधि सुभाष, कृष्ण कुमार सहित किसान नेता दीवान सहारण, जगदीश चाडी वाल, भरत झाजड़ा, बलराम सहारण शक्कर मंदोरी, संजय सहारण, समाजसेवी सुरेंद्र बिश्नोई, मोतीराम कासनियां, नरेंद्र पाल, संदीप कासनियां, अमन बैनीवाल, राज कुमार सहारण, हरिराम सहारण, सुरजीत बुटेसर रूपाणा बिश्नोईयां सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल भी धरनास्थल पर पहुंचे
पूर्व विधायक व कांग्रेसी नेता भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि सरकार ने पहले तो महिलाओं को आरक्षण देकर सरपंच बना दिया। अब सरकार सरपंचों को हिरासत में लेकर दमनकारी नीति अपना रही है उन्होंने कहा कि सरकार सरपंचों के साथ अन्याय कर रही हैं। सरकार के मंत्री व नेता खुद डाकू बने बैठे हैं।
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