- एम्बुलेंस में कमियां मिली तो भुगतान में कटौती
ShriGangaNagar, SachKahoon News: जीवन वाहिनी के नाम से संचालित 108 एंबुलेंस की दशा सुधारने के लिए सरकार ने अब मरीजों को उच्च स्तर की एंबुलेंस सेवा देने के उद्देश्य से मॉनिटरिंग को सत कर दिया है। एंबुलेंसों का हर महीने फि जिकल वेरिफि केशन होगा। एंबुलेंस में कोई कमी पाई गई तो उसे निर्धारित टाइम लाइन में नहीं सुधारने पर भुगतान में कटौती की जाएगी। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू करने के आदेश दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में यह कार्य ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी और ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर करेंगे। वहीं जिला मुख्यालय पर सीएमएचओ तथा डीपीएम फि जिकल वेरिफि केशन करेंगे। 9 वर्गों में बांटी गई एंबुलेंस में कमियों को मोबाइल एप के माध्यम से बताना होगा। इसमें 9 सवाल पूछे गए हैं, जिनमें हां और ना में जवाब मांगा है। कमियों के जवाब क्लिक करने पर एप के माध्यम से निदेशालय स्तर पर सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके ईएमआरआई को एंबुलेंस के भुगतान में कटौती की सूची तैयार हो जाएगी। राशि की कटौती भी कमियों के हिसाब से कैटेगरी वाइज होगी। जिला स्तर पर इन कंपनी को सूची के हिसाब से भुगतान कर दिया जाएगा। फि जिकल वेरिफि केशन सूचना भी सॉफ्टवेयर के माध्यम से कंपनी को पहुंच जाएगी। सेवाप्रदाता कंपनी को सरकार की ओर से सौंपी गई 104 जननी एक्सप्रेस और बेस एंबुलेंस का भी फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद ही भुगतान होगा। इन गाड़ियों का वेरिफि केशन भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शीघ्र कराया जाएगा। इनका निरीक्षण भी एप के माध्यम से होने के बाद सॉफ्टवेयर से ही भुगतान की राशि में कटौती होगी।
फिजिकल वेरिफि केशन
कर्मचारियों की यूनिफॉर्म में रहने, गाड़ी की सफाई, उपकरणों की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, आॅक्सीजन सिलेंडर, कर्मचारियों का व्यवहार आदि का फि जिकल वेरिफि केशन होगा। यह वेरिफि केशन एप के माध्यम से हर महीने करना होगा तभी सेवा प्रदाता कंपनी को एंबुलेंस सेवा संचालन का भुगतान किया जाएगा। मेंटिनेंसकी कमी से कई एंबुलेंस रोजाना आॅफ रोड रहती हैं। इससे मरीजों को सुविधा नहीं मिल पाती है।