खरीफ फसल-2020 के बकाया मुआवजा व बीमा क्लेम सहित कई मांगों को लेकर
- छह फरवरी की महापंचायत को लेकर ड्यूटियां भी लगेंगी
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर लघु सचिवालय में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सरकार की उदासीनता पर कड़ा रूख अख्तियार किया है। किसानों द्वारा अपनी मांगों खरीफ फसल-2020 के बकाया मुआवजा, बीमा क्लेम, बिजली, नहरी पानी व किसानों की अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान एकता की अध्यक्षता में चल रहा पक्का मोर्चा शनिवार को 13वें दिन में प्रवेश कर गया। किसानों का कहना है कि अभी तक जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार ने उनकी कोई सुध नहीं ली है, जिसके चलते पक्का मोर्चा कमेटी ने यह फैसला लिया है कि 30 जनवरी को दोपहर 12.15 बजे धरनारत किसान अर्धनग्न होकर अपनी मांगों को लेकर डीसी आॅफिस से चलकर दोपहर 1 बजे बाबा बंदा सिंह बहादुर चौक पर जिला प्रशासन के पुतले जलाए जाएंगे।
यह भी पढ़ें:– कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट, जानें आज के रेट
बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने कहा कि सरकार की किसानों के प्रति बेरुखी को देखते हुए धरने के लंबे समय तक चलने के कारण गांवों से सामान्य रूप से किसान इस मोर्चे पर अपनी हाजिरी लगवा रहे हैं जबकि मोर्चे की ओर से किसानों को कोई स्पेशल प्रोग्राम के लिए आमंत्रित किया जाता है तो गांवों से किसान ज्यादा गिनती में धरना स्थल पर पहुंचते हैं।
अर्ध नग्न प्रदर्शन के लिए भी लखविंद्र सिंह औलख ने किसानों से अधिक संख्या में पक्के मोर्चे पर पहुंचने की अपील की। अर्धनग्न प्रदर्शन से पहले बीकेई की ओर से पक्के मोर्चे पर मीटिंग करके 6 फरवरी को होने वाली किसान महापंचायत के प्रचार-प्रसार के लिए किसानों की ड्यूटियां लगाई जाएंगी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।