सरसा (सुनील वर्मा)। हरियाणा के पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री देवेंद्र बबली ने कहा है कि प्रदेश के नवनिर्वाचित सरपंचों को राज्य सरकार की नई कार्यप्रणाली पर भरोसा करना चाहिए। बबली ने कहा कि जब से वह मंत्री बने हैं तब से वह जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हुए विभाग को विकास के पथ पर आगे बढ़ा रहे हैं। भ्रष्ट अधिकारियों को उनके पद से हटाया गया है वही घर का रास्ता भी दिखाया गया है।
बबली यहां जिला परिषद भवन का शिलान्यास करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चंडीगढ़ से शक्ति को गांव तक पहुंचाने का काम किया है। सरपंचों की शक्तियों में इजाफा किया गया है। उन्होंने कहा कि ईटेंडरिंग का मकसद सरपंचों पर भरोसा न करने की बात नहीं है बल्कि निर्धारित समय में पूरी कीमत से अच्छा काम हो सके उसके प्रति जिम्मेवारी तय करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
बबली ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा पंचायतों को वित्तीय शक्ति देने के मामले में विचार करने के दिए गए बयान को सिरे से नकार दिया और कहां की सरकार हर कार्य में पारदर्शिता लानी चाहती है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष के दौरान प्रदेश भर में हुए विकास कार्यों पर उठ रहे सवालों की जांच को लेकर एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि जहां जहां शिकायत मिल रही है वहां वहां जांच करवाई जा रही है उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य सरकार सरपंचो से बैठक करने को तैयार है जब मर्जी आकर बैठक कर सकते हैं।
सरपंचों को चाहिए कि वे इस मुद्दे को राजनीतिक रूप देने की बजाय सरकार के साथ मिलकर काम करें ताकि गांवो को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया जा सके। गांवो में गंदे पानी की निकासी की समस्या पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके ऊपर काम कर रही है। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालयो में अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि इसकी स्वीकृति जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय से मिलने वाली है उसके बाद बीडीपीओ, जेई व अन्य पदों पर नियुक्ति कर दी जाएगी।
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