किसानों ने सरकार से की गिरदावरी करवाकर 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग
- कहा : सर्दी से सबसे अधिक प्रभाव किसान की रोजी-रोटी पर पड़ा
- किसान की परेशानियों की तरफ प्राथमिकता के आधार पर ध्यान दे सरकार : किसान नेता
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। पिछले दो-तीन दिनों से मौसम के बदलते मिजाज ने सरसों की फसल को बर्बाद कर दिया है। किसानों ने कहा कि पिछले एक पखवाड़े से कड़ाके की ठंड आम लोगों के लिए खासी परेशानी बनी हुई है। इस सर्दी से सबसे अधिक प्रभाव किसान की रोजी-रोटी पर पड़ा है। सरकार को चाहिए कि धरती पुत्र के चेहरे पर आई शिकन को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई कर खत्म करें। सरकार को चाहिए कि पिछले तीन दिनों से भयंकर ठंड पड़ने से खराब हुई सरसों व सब्जियों की फसल की विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को हुए 50 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए।
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सर्दी से सबसे अधिक प्रभाव किसान की रोजी-रोटी पर पड़ा
बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर आज आज आल इंडिया खेत किसान मजदूर संगठन के बैनर तले किसानों ने भिवानी के लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर किसानों ने कहा कि ठंड के कारण उनकी सरसों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, जिसकी गिरदावरी की जाए और 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि मनसरवास हर में पानी नहीं आ रहा है, उसे भी उलब्ध करवाया जाए। किसान नेताओं ने कहा कि पाले के कारण सरसो की फसल व सब्जियां पूरी तरह से नष्ट हो गई है।
इस कारण छोटे किसान की रोजी-रोटी चलना मुश्किल हो गया है। सरकार को चाहिए कि प्राथमिकता के आधार पर गिरदावरी करवाकर सरसो व सब्जियों की नुकसान की भरपाई करवाए, ताकि बेचारा किसान अपने खेत-खलिहान में लौटकर मेहनत कर भविष्य के सपने संजो सके। उन्होंने कहा कि किसान की परेशानियों की तरफ सरकार को प्राथमिकता के आधार पर ध्यान देना चाहिए।
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