- दल अब भविष्य में नहीं लड़ सकेंगे चुनाव
JaiPur, SachKahoon News: चुनाव आयोग ने राजस्थान के 12 राजनीतिक दलों की मान्यता रद्द कर दी है। इन राजनीतिक दलों के बैनर तले दस साल के दौरान हुए लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में एक भी प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ा था। यह दल अब भविष्य में चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। चुनाव आयोग ने देशभर की रजिस्टर्ड 255 पार्टियों की मान्यता को समाप्त किया है। उनकी सूची में राजस्थान की भी 12 पाटिर्यां शामिल है।
सियासी चंदे पर सियासत
आयोग ने इन राजनीतिक दलों की सूचना केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को भेज दी है। जिससे वह इन पार्टियों के चंदे की जांच कर सके। चुनाव आयोग के अनुसार इन पार्टियों की मान्यता प्रदेश निर्वाचन कार्यालय से मिली रिपोर्ट के आधार पर किया गया है। चुनाव आयोग के अनुसार यह कदम संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत प्रदत्त अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए उठाया है। वर्ष 2005 से इन राजनीतिक दलों ने कोई भी चुनाव नहीं लड़ा है और ये महज कागजी पार्टियों होकर रह गई थी। सीबीडीटी अब इन राजनीतिक पार्टियों के वित्तीय मामलों की जांच कर सकता है। क्योंकि पंजीकृत राजनीतिक दलों की सूची से बाहर होने के बाद वह फायदों से वंचित हो जाएंगे। जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय राष्टÑीय आजाद हिंद पार्टी (कोटा), अन्नदाता पार्टी (झालरापाटन), भारतीय हिन्दू सेना (आमेर), देव सेना पार्टी (राजसमंद), गोल्डन इंडिया पार्टी (जयपुर), राजस्थान सामाजिक न्याय मंच (जयपुर), राजस्थान वीर सेना (कोटा), राजस्थान भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा (सिरोही), राष्ट्रीय जन सेवक परिषद (बांसवाड़ा), राष्टÑोत्थान पार्टी (जयपुर), सर्वोदय पार्टी (जयपुर), राष्टÑीय महासंघ (अजमेर) की मान्यता खत्म हुई है।
वर्ष 2005 से इन राजनीतिक दलों ने कोई भी चुनाव नहीं लड़ा है और ये महज कागजी पार्टियों होकर रह गई थी। सीबीडीटी अब इन राजनीतिक पार्टियों के वित्तीय मामलों की जांच कर सकता है। क्योंकि पंजीकृत राजनीतिक दलों की सूची से बाहर होने के बाद वह फायदों से वंचित हो जाएंगे।