विधान सभा हल्का संगरूर की अकाली राजनीति में बड़ी हलचल
- कहा, सिर्फ संगरूर के ‘सेवादार’ के तौर पर ही करूंगा काम
संगरूर। (सच कहूँ/गुरप्रीत सिंह/नरेश कुमार) पिछले समय से पार्टी से अन्दरूनी तौर पर नाराज चल रहे शिरोमणी अकाली दल के हल्का संगरूर से विधायक बाबू प्रकाश चन्द गर्ग ने पार्टी प्रति अपना विरोध दर्शाने के लिए एक कदम और उठाते अकाली दल द्वारा सौंपे गए सभी पदों से अस्तीफा दे दिया है। यह ऐलान गर्ग ने संगरूर में विशेष तौर पर बुलाई प्रैस कॉन्फ्रैंस दौरान किया। उन्होंने यह ऐलान कर दिया कि वह हल्के सिर्फ ‘सेवादार’ के तौर पर काम करेंगे। शनिवार को इस ऐलान मौके उनके साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक नेता भी मौजूद थे।
गर्ग ने पत्रकारों से बात करते कहा कि भले ही मुझे शिरोमणी अकाली दल द्वारा पटियाला जिले का पार्टी आॅबजर्वर व शिरोमणी अकाली दल के एडवाईजरी बोर्ड के सदस्य या अन्य पद दिए गए थे लेकिन इन जिम्मेवारियों के कारण वह हल्का संगरूर के लोगों से दूर हो गए थे व अब उन्होंने लोगों के कहने पर आज एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि मैं अकाली दल के सभी पदों से अस्तीफा दे रहा हूं व अब मैं हल्के में सिर्फ सेवादार के तौर पर लोगों से मिलूंगा। उन्होंने बताया कि मैंने इस संबंधी लिखित तौर पर पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल को भेज दिया है।
गर्ग ने कहा कि मैं पार्टी से नाराज नहीं हूं बल्कि अपने हल्के को समय न देने के चलत ही यह कदम उठाया है। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि शिअद द्वारा हल्का संगरूर में पहले ही इंंचार्ज लगाया जा चुका है, क्या आप उनके साथ मिलकर काम करोगे, तो उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ सेवादार के तौर पर ही काम करूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने वर्करों की भावनाओं को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया है क्योंकि पिछले समय से हल्के में शिअद के वर्कर अन्य पार्टियों में शामिल हो रहे थे व उनका हल्का बदलने के कारण वर्करों का मनोबल गिरने लगा था, जिस कारण अब हम सभी वर्करों को फिर से एकजुट करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वह आने वाले विधानसभा चुनाव जरूर लड़ेंगे। गर्ग ने कहा मेरा हल्का संगरूर के इंचार्ज से कोई राजनीतिक झगड़ा नहीं है व न ही हम में कोई मन मुटाव है, मैंने तो सिर्फ वर्करों की भावनाओं को देखते हुए यह फैसला लिया है।
इस मौके उनके साथ प्रेम चन्द गर्ग पूर्व प्रधान, कुलवंत सिंह जौलियां, रवी विर्क, गुरविन्दर सिंह, हैपी रंधावा पूर्व चेयरमैन मार्के ट कमेटी भवानीगढ़, बब्बी वड़ैच, राजिन्द्र सिंह, विजय नायक नगर काऊसंलर, गुरविन्दर सिंह सग्गू नगर काऊंसलर, इन्द्रपाल सिंह व यूथ अकाली दल के नेता उपस्थित थे।
गर्ग ने कहा कि आज तो सिर्फ दर्जन के करीब ही अकाली नेता, जिनमें नगर कौंसिल भवानीगढ़ के पूर्व प्रधान, मार्केंट कमेटी के पूर्व चेयरमैन, नगर कौंसलर आदि ही शामिल हुए हैं व आने वाले समय में यह काफिला और भी बड़ा होगा। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते गर्ग ने कहा कि अगर पार्टी द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है तो इस संबंधी वह वर्करों के साथ सलाह मश्वरा कोई कार्रवाई करेंगे।
3 बार विधायक का चुनाव लड़े चुके हैं बाबू गर्ग
बाबू प्रकाश चन्द गर्ग शिरोमणी अकाली दल के सीनियर नेता रहे हैं। उनको 2012 में शिअद ने संगरूर से अपना उम्मीदवार बनाया था व उन्होंने कांग्रेस के सुरेन्द्रपाल सिंह सिबिया को हराकर चुनाव जीता था। वह संगरूर के विधायक बने। इसके बाद 2017 में शिअद ने फिर से उनको संगरूर से टिकट दी लेकिन इस चुनाव में वह कांग्रेस के विजयइन्द्र सिंगला से काफी बड़Þी संख्या में वोटों से चुनाव हार गए थे। इस उपरांत 2022 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने इनको मौजूदा सीएम भगवंत सिंह मान के खिलाफ धूरी से चुनावी मैदान में उतारा लेकिन इस चुनाव में वह महज 6 हजार के करीब ही वोटें हासिल कर सके थे।
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