पूज्य गुरु जी ने बचाई जान: मनोज कुमार
बरनावा (सोनू इन्सां)। सोमवार सुबह बरनावा के पास ब्लॉक बुढ़ाना निवासी डेरा श्रद्धालु मनोज कुमार के साथ बहुत बड़ा करिश्मा हुआ है। मनोज कुमार ने सच कहूँ से बातचीत करते हुए बताया कि आज पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने मेरी और भतीजे की जान बचाई है।
पूज्य गुरु जी ने बचाई जान
उन्होंने बताया कि आज सुबह मेरी तबियत खराब होने के कारण आंख नहीं खुली उठते ही 6-15 बजे मैं और मेरा कजन भतीजा घर से बाईक पर बैठ कर दिल्ली जाने के लिये निकले जैसे ही मैं भतीजे के घर के बाहर पहुंचा तो देखा कि उसके मम्मी पापा भी बाहर खड़े हुए थे मैं सोच रहा था कि बाईक को भतीजे को दें दूंगा मगर इस कारण बाईक भतीजे को नहीं पाया। क्योंकि उसके मम्मी पापा ये ना कह दें कि बाईक हमारे लड़के से चलवा रहा है इसलिए खुद चलाकर ले जा रहा था हम दोनों कपड़ों के साथ गरम चादर ओढ़े हुए थ।
हम पुसार पार कर गये थे। मुझे स्पीड 80+(न्यू बाईक हंटर) होने के कारण नारमल लग रही थी कुछ ही मिनटों में मुझे पीछे से एक डर भरी आवाज दी (चा-चा) मेरे हाथ डोलने लगे मुझे लगा कि शायद पैनचर हो गया है बाईक इतनी स्पीड होने पर भी 50मीटर की रेंज में ऐसे कवर हो गयी मानो कि साइकिल हो मेरे पैर भी जमीन को छू नहीं पाये बाईक ऐसे रूक गयी जैसे किसी ने उसको पूरी तरह खड़ा किया हो जैसे ही मैंने उतर कर देखा तो भतीजे की गरम लोई ब्रेक सू में पूरी तरह फस चुकी थी बहुत प्रयास किया मगर चादर टस से मस नहीं हुई। इतने में एक गाड़ी आकर रूकी उसने भी साहयता की जब कुछ नहीं हुआ तब वह भतीजे को लेकर बड़ौत तक मैकेनिक ढूंढते हुए वापस छोड़ने आया तब तक एक गाड़ी में तीन लड़के उतरे उनकी हैल्प से चादर काट काट निकाली गई यह पिता जी का ऐसा अलौकिक करिश्मा ही था जो महसूस मात्र मौत छू कर चली गयी हो।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।