माँ तो माँ ही होती है…

Heeraben Modi

ढल जाती है राते सारी आँगन में चल चल के
बचपन से तू बड़ा हुआ जिनके साए में पल के
माँ अपने सारे बच्चो के सपने सदा संजोती है
माँ तो माँ होती है भाईया माँ तो माँ होती है

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। ये पंक्तिया अपने आप में बहुत कुछ कह देती है। माँ का कभी कर्ज नहीं चुका सकते। माँ वह है जो हमें जन्म देती है, यहीं कारण है कि संसार में हर जीवनदायनी वस्तु को माँ की संज्ञा दी गयी है। यदि हमारे जीवन के शुरूआती समय में कोई हमारे सुख-दुख में हमारा साथी होता है तो वह हमारी माँ ही होती है। माँ हमें कभी इस बात का एहसास नही होने देती की संकट के घड़ी में हम अकेले हैं। आज प्रधानमंत्री की माँ हीरा बा का निधन हो गया है जिससे पूरा देश में शोक की लहर है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई नेताओं ने निधन पर शोक व्यक्त किया है। श्रीमती मुर्मू ने ट्वीटर पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का सौ वर्षों का संघर्षपूर्ण जीवन भारतीय आर्दशों का प्रतीक है। मोदी ने ‘मातृदेवोभ’ की भावना और हीराबा के मूल्यों को अपने जीवन में ढाला। मैं पुण्यात्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं। आज हम आपको पीएम मोदी और उनकी माँ के कुछ रोचक किस्से बताने जा रहे है।

माँ का आशीर्वाद …..

पीएम मोदी की माँ हीरा बा वो अपने एक अन्य बेटे के साथ गांधीनगर में रहती थी। अपने पीएम बेटे के सरकारी आवास 7 रेसकोर्स रोड (अब लोक कल्याण मार्ग) में हीरा बा पहली बार मई, 2016 में आईं। माँ के जाने के बाद पीएम मोदी ने माँ के साथ अपनी कई तस्वीरें ट्विटर पर पोस्ट कीं। तस्वीरों में पीएम मोदी माँ को बगीचे में घुमाते हुए दिखे। पीएम मोदी की ये तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो गईं। सभी मीडिया संस्थानों ने इन्हें ‘माँ का प्यार’ और ‘आदर्श बेटा’ से मिलती-जुलती शीर्षकों से प्रकाशित किया। 2016 में पीएम मोदी अपने जन्मदिन पर मां का आशीर्वाद लेने पहुंचे। माँ से मिलने के बाद उन्होंने उनके साथ अपनी तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मां की ममता, मां का आशीर्वाद जीवन जीने की जड़ी-बूटी होता है।


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माँ… माँ ही होती है, चाहे बच्चा कैसा भी बन जाए माँ..माँ ही होती है। माँ की जगह कोई ले नहीं सकता। इस संसार में जो कुछ हमें नजर आता है उसके पीछे माँ का बहुत बड़ा हाथ है। माँ के बिना इस धरती पे जीवन संभव नहीं। हालांकि माता-पिता दोनों का रोल है लेकिन माँ का बहुत बड़ा रोल है, खास करके, मनुष्य जाति में माँ बच्चे को 9 महीने गर्भ में रखती है, आपको लगता है ये आसान बात है तो आप एक दिन अजमाकर देखिए 4 किलो का बाट अपने पेट पर बांध लिजिए और उसी में सारा दिन काम किजिए, सारा दिन काम करते हुए रात को सो के देखिए, आपको एहसास होगा आपकी जननी ने कितनी तकलीफे उठाई है। कितना समय लगाया है, कितना दर्द सहा है, तो माँ महान है, माँ से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं है, क्योंकि जितने भी संत, पीर, पैगेंबर, ऋषि, मुनि, अवतार यहां तक जो भगवान कहलाए वो भी माँ के गर्भ से होकर आए, आसमान से नहीं आए तो जननी का दर्जा बहुत ऊंचा है।
-पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां


 

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