खरखोदा सच कहूं न्यूज़ हेमंत कुमार। कहा जाता है कि 50 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते व्यक्ति पूरी तरह से परिपक्व हो जाता है आज हमारा सोनीपत भी उसी परिपक्वता की श्रेणी में आ गया है सोनीपत आज 50 साल का हो गया है 22 दिसंबर 1972 को रोहतक से अलग करके जिला बनाए जाने के बाद सोनीपत ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे कभी हमारा जिला एटलस फैक्ट्री के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध था तो आज खेलों में शिक्षा में हम सिरमौर हैं और दुनिया भर में धूम मचा रहे हैं ।
सोनीपत लगातार बढ़ता जा रहा है जन्म के बाद से ही सोनीपत ने अपनी विशेष पहचान बनाई हुई आज शिक्षा के रूप में जिले का कोई भी नहीं है शिक्षा के रूप में ही खेलों में भी सोनीपत का नाम आदरणीय रूप से राजनीति के पटल पर भी जिले के कई राजनीतिक ने अपनी छाप छोड़ी है और आगे भी जिले का नाम रोशन करते रहेंगे सोनीपत की उपलब्धियां राई में राजीव गांधी एजुकेशन सिटी गन्नौर के बड़ी रेल कोच फैक्ट्री रेल कोच फैक्ट्री खरखोदा में आईएमटी जिसमें 900 एकड़ में मारुति कंपनी की स्थापना होगी गोहाना में बीपीएस महिला विश्वविद्यालय आदि सोनीपत की बड़ी उपलब्धियां है इतिहास में स्वर्ण पथ के नाम से जाना जाता है।
तब से अब तक लोगों ने जिले को प्रगति की बुलंदी पर पहुंचाया है प्रदेश का गठन 1 नवंबर 1966 को हुआ था प्रदेश के गठन के बाद रोहतक जिले से अलग करें वर्ष 1972 में सोनीपत जिला बनाया गया था तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल ने 22 दिसंबर को सोनीपत को नया जिला बनाया था किसी ने सोचा भी नहीं था कि इतनी जल्दी छोड़ देगा देश और विदेश में अपनी चला गया।
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