…अब औद्योगिक क्रांति की ओर अग्रसर म्हारा हरियाणा
- सड़क, रेल, हवाई आधारभूत ढांचे को विकसित करने पर विशेष फोकस
- 12.60 लाख लोगों को मिला रोजगार
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। ब्रह्मवर्त से 56 वर्षों में हरित क्रांति का सिरमौर रहे हरियाणा को अब पिछले 8 वर्षों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने औद्योगिक क्रांति की ओर अग्रसर किया है। एक ओर जहां प्रदेश में 18,422 करोड़ रुपये के निवेश से 1,59,622 उद्योग लगे हैं वहीं इनसे लाखों लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध हुए हैं। सरकार ने सड़क, रेल, हवाई आधारभूत ढांचे को विकसित करने पर विशेष फोकस देकर कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के साथ- साथ कई नए औद्योगिक शहर विकसित करने की कवायद भी तेज की है।
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भौगौलिक दृष्टि से हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद रहा है। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के बाद 5618 करोड़ रुपये की लागत से पलवल-सोनीपत डबल लाइन हरियाणा आॅर्बिटल रेल कॉरिडोर के निर्माण का कार्य आरंभ होने से दिल्ली के व्यापारियों ने भी हरियाणा का रूख किया है। केएमपी के साथ-साथ पंचग्राम अवधारणा के साथ 5 नए शहर बसाने का खाका तैयार करने का कार्य जारी है जो वर्ष 2041 की संभावित जनसंख्या को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
पिछले 8 वर्षों में नए औद्योगिक शहर बसाने की कवायद हुई तेज
हरियाणा में पिछले 8 वर्षों में सड़क, रेल व हवाई तंत्र के आधारभूत ढाँचे को विकसित करने पर विशेष फोकस किया गया है। आज हरियाणा के हर जिले से कम से कम 3 या 4 राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं। उद्योग के लिए सड़क, रेल व हवाई तंत्र सुदृढ़ होना आवश्यक है जिस पर हरियाणा पिछले 8 वर्षों में खरा उतरा है। हिसार हवाई अड्डे को उड़ान योजना के तहत विकसित किया जा रहा है और आने वाले समय में इसे एविएशन हब व एमआरओ के रूप में तैयार किया जायेगा।
हरियाणा में लग रहे कई मेगा प्रोजेक्टस
- 20,971 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ निरंतर बैठकें कर उन्हें प्रदेश में मेगा प्रोजेक्टों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उनके यह प्रयास धरातल पर उतरे भी हैं। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान हरियाणा ने लगभग 67 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि के साथ 20,971 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त किया है। फ्लिपकार्ट ग्रुप पाटली हाजीपुर, मानेसर में 140 एकड़ जमीन पर एशिया का सबसे बड़ा आपूर्ति केंद्र स्थापित कर रहा है, जिसका क्षेत्रफल 30 लाख वर्ग किलोमीटर है। इस परियोजना में 1389 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है जिससे लगभग 16 हजार से अधिक रोजगार के अवसर मुहैया होंगे।
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