प्राईवेट डीलर या पैक्स, कोई न करे खाद की ब्लैक मार्किटिंग, होगी सख्त कार्रवाई
करनाल (सच कहूँ न्यूज)। डीएपी के बाद अब यूरिया की जरूरत को देखते उपायुक्त अनीश यादव ने मंगलवार को अपने कार्यालय में विभिन्न अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण मीटिंग कर किसानो से अपील करते कहा कि यूरिया को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी, किसान इसका स्टॉक न करे, न ही किसी के दबाव में आएं। इसके साथ-साथ उन्होंने प्राईवेट डीलर और गांव-गांव में मौजूद सहकारी समीतियों के जरिए खाद की ब्रिकी करने वालों को भी चेतावनी दी कि ब्लैक मार्किटिंग करने वालों के साथ सख्ती से निपटेंगे।
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उन्होंने कहा कि ऐसी सूरत में प्राईवेट डीलर का लाईसेंस कैंसल होगा और पैक्स पर ब्रिकी करने वाले कर्मचारियों को निलंबित किया जाएगा। मीटिंग में उप कृषि निदेशक डॉ. आदित्य डबास, हैफेड के जिला प्रबंधक उधम सिंह, सहकारी बैंक के महाप्रबंधक सुनील मातड़ और सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार रोहित गुप्ता शामिल रहे।
जिला में हैं 92 पैक्स, इनके जरिए मिलती है खाद
करनाल जिला में 92 पैक्स यानि प्राथमिक सहकारी कृषि विपणन केन्द्र हैं। किसानो को इनसे आॅनलाईन तरीके से खाद मिलती है और वह भी पीओएस यानि पाँयट आॅफ सेल मशीन के जरिए। ऐसे किसान पैक्स के मैम्बर होने जरूरी हैं और उनकी पात्रता निर्धारित होती है, अर्थात 1 लाख की एलीजिबिल्टी पर किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए 75 हजार रुपए नकद और 25 हजार रुपए की खाद ले सकता है। डेढ लाख रुपए की एलिजिबिल्टी पर 1 लाख 12 हजार रुपए नकद और 37 हजार रुपए की खाद, बीज व दवाईयां ले सकता है।
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