आक्रोशित ग्रामीणों ने किया चक्काजाम, स्पीड ब्रेकर बनाने का आश्वासन मिलने पर माने ग्रामीण
हनुमानगढ़। (सच कहूँ न्यूज) गांव पक्कासारणा से गोलूवाला मार्ग पर स्थित गांव बनवाला के पास सोमवार सुबह तेज रफ्तार से जा रही लोक परिवहन की बस ने एक टेम्पो को टक्कर मार दी। साथ ही सड़क किनारे जा रही एक युवती को भी बस ने अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर लगने से युवती के अलावा टेम्पो सवार पिता-पुत्र घायल हो गए। तीनों घायलों को निजी वाहनों से हनुमानगढ़ के अस्पताल ले जाया गया। तीनों ही हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। उधर, हादसे के बाद मौके पर एकत्रित ग्रामीणों ने बस के चालक को पकड़ लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची सदर पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया। आरोपी चालक के नशे में धुत्त होने के आरोप ग्रामीणों ने लगाए। पुलिस उसे मेडिकल के लिए हॉस्पिटल ले गई।
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वहीं हादसे से आक्रोशित ग्रामीण गांव बनवाला के बस स्टैंड पर बीच सड़क धरने पर बैठ गए और जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार हरदीप सिंह व सदर पुलिस थाना प्रभारी लखवीर सिंह गिल पहुंचे और जाम लगाकर बैठे ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किए। जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह लोक परिवहन की बस नम्बर आरजे 13 पीए 6197 गोलूवाला से हनुमानगढ़ के लिए रवाना हुई। बताया जा रहा है कि गांव बनवाला के बस स्टैंड पर ई-रिक्शा पर नरमा रखकर बेचने के लिए जा रहे गांव में किरयाना की दुकान करने वाले राजीव अरोड़ा पुत्र जयलाल निवासी बनवाला और उसके लड़के तरुण के ई-रिक्शा में उक्त तेज रफ्तार लोक परिवहन बस परिचालक साइड से भिड़ गई। ई-रिक्शा से भिडऩे के बाद बस ने सड़क किनारे जा रही 21 वर्षीय युवती अलका पुत्र भंवरलाल कटारिया निवासी पक्कासारणा को भी चपेट में ले लिया। अलका गांव बनवाला के पंचायत घर में अपने किसी कार्य के लिए आई थी।
हादसे में तीनों जने घायल हो गए। इन्हें ग्रामीणों ने निजी वाहनों के जरिए अस्पताल भिजवाया। उधर, आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर बस के चालक इन्द्राज को पकड़ लिया। साथ ही सड़क मार्ग को जाम कर दिया। इससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। जाम लगने से सड़क मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं। घंटों तक वाहन चालक व यात्री परेशान होते देखे गए। चक्काजाम की सूचना मिलने पर पुलिस जाप्ते के साथ तहसीलदार हरदीप सिंह व सदर पुलिस थाना प्रभारी लखवीर सिंह गिल मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किए। इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि यह भीड़भाड़ वाला इलाका है। सड़क के दोनों तरफ गुरुद्वारा, पंचायत घर, सड़क के दोनों दिशाओं में छोटा व बड़ा सरकारी विद्यालय है। इस कारण यहां हर समय ग्रामीणों की आवाजाही रहती है।
लोक परिवहन बसें काल बनकर सड़क पर सरपट दौड़ती हैं। यहां स्पीड ब्रेकर न होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। पिछले कुछ वर्षों के दौरान आधा दर्जन से ज्यादा मौतें बस स्टैंड पर तेज गति से आ रहे वाहनों की चपेट में आने से हो चुकी हैं। ग्रामीणों की बात सुनने के बाद प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से दूरभाष पर बात की। इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता नीरज गोदारा मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों व अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में सार्वजनिक स्थलों के आसपास तीन जगह स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग पर सहमति बनी। इस पर ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। सुबह 11 बजे लगाया गया जाम अपराह्न 3.15 बजे तक जारी रहा। जाम खुलने पर वाहन चालकों व यात्रियों ने राहत की सांस ली।
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