युवक ने दो जनों के खिलाफ दर्ज करवाया मुकदमा
हनुमानगढ़। (सच कहूँ न्यूज) सेना में भर्ती के लिए दौड़ में सफल हुए युवक को मेडिकल में पास करवाने का झांसा देकर 50 हजार रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। यद्यपि युवक से दो जनों ने कुल एक लाख रुपए लिए। लेकिन जब युवक मेडिकल में अयोग्य हो गया तो उसने रुपए वापस मांगे। रुपए वापस न देने पर पुलिस कार्रवाई की बात कही तो उन्होंने एक लाख में से 50 हजार रुपए वापस लौटा दिए। शेष 50 हजार रुपए लौटाने से इन्कार कर दिया। इस संबंध में युवक की ओर से जिले के संगरिया पुलिस थाना में अपने ही गांव के एक व्यक्ति सहित दो जनों के खिलाफ ठगी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
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जानकारी के अनुसार कन्हैया लाल (23) पुत्र साहबराम नाई निवासी वार्ड 10, गांव हरिपुरा ने मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि वह 28 सितम्बर 2019 को फौज की भर्ती के लिए श्रीगंगानगर में हुई दौड़ में शामिल हुआ था। दौड़ में सफल होने के बाद बीकानेर में मेडिकल होना था। उसे अमनदीप किंगरा पुत्र लाभसिंह निवासी हरिपुरा मिला और कहा कि उसके मित्र महेन्द्र पोटलिया निवासी खींवसर जिला नागौर की अच्छी जान-पहचान है। वह उसका मेडिकल पास करवा देगा। अमनदीप सिंह ने महेन्द्र पोटलिया से बात की तो उसने कहा कि 3 लाख रुपए लगेंगे। एक लाख रुपए पहले देने होंगे जबकि दो लाख रुपए मेडिकल पास होने पर। इस पर उसने अमनदीप किंगरा के कहने पर 50 रुपए नकद महेन्द्र पोटलिया को बीकानेर में जाकर दिए।
इसके बाद दो बार में कुल 50 हजार रुपए महेन्द्र पोटलिया के खाते में ट्रांसफर करवा दिए। फिर महेन्द्र पोटलिया ने उसे बीकानेर बुलाया। वह अपने साथ सोहन व सुरेन्द्र को लेकर बीकानेर गया। बीकानेर में महेन्द्र पोटलिया मिला। तब महेन्द्र ने कहा कि श्रीगंगानगर में सेना की भर्ती चल रही है। वह उसकी भर्ती करवा देता है। तब वह श्रीगंगानगर में सेना की भर्ती में शामिल होने के लिए गया तो उसे कहा गया कि बीकानेर में मेडिकल होगा। यह बात उसने महेन्द्र पोटलिया को बताई तो महेन्द्र पोटलिया ने कहा कि वह अपने आप मेडिकल पास करवा देगा। चिन्ता मत कर। फिर वह बीकानेर में मिल्ट्री हॉस्पिटल में गया। वहां महेन्द्र मिला तो उसकी मेडिकल जांच हुई।
मेडिकल में उसे अनफिट (अयोग्य) कर दिया। तब उसने महेन्द्र पोटलिया से रुपए वापस मांगे तो उसने रुपए देने से इन्कार कर दिया। कन्हैया लाल ने आरोप लगाया कि महेन्द्र पोटलिया व अमनदीप किंगरा ने बेईमानी पूर्वक व छलकपट के जरिए ठगी मारने के उद्देश्य से उससे एक लाख रुपए ऐंठ लिए। उसने बार-बार पैसे वापस मांगे और कार्यवाही करने को कहा तो अमनदीप किंगरा ने उसे 20 हजार रुपए लौटा दिए। महेन्द्र पोटलिया ने भी उसके भाई के खाते में 20 हजार रुपए डलवा दिए। महेन्द्र पोटलिया ने 10 हजार रुपए नकद दे दिए। शेष 50 हजार रुपए लौटाने से इन्कार कर दिया। पुलिस ने अमनदीप किंगरा व महेन्द्र पोटलिया के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच एएसआई किशोर सिंह को सौंपी है।
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