सरसा (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां 40 दिन बरनावा आश्रम में रहे। पूज्य गुरु जी ने 40 दिन में समाज हित के लिए अनेक कार्य किए। पूज्य गुरु जी ने ऑनलाइन गुरुकुल के माध्यम से लाखों लोगों का नशा छूड़वाकर राम-नाम से जोड़ा। हमारे देश को प्रदूषण से बचाने के लिए पूज्य गुरु ने नई मुहिम शुरू की। पूज्य गुरु जी ने डेरा श्रद्धालुओं को सुबह-शाम दीये जलाने को आग्रह किया जिसका असर देखने को मिल भी रहा है, देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में डेरा अनुयायी हर रोज अपने घर में दीये जलाते हैं। वैसे तो पूज्य गुरु जी के हरेक कार्य समाज के लिए महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन आज हम आपको पूज्य गुरु जी के ऐसे कार्य बताने जा रहे हैं जिससे समाज में बदलाव आ रहा है।
1. अपने बच्चों को लेकर रहें सजग
पूज्य गुरू जी ने 17 अक्तूबर 2022 दिन शनिवार को फरमाया कि हम चाहते हैं कि जिनके छोटे बच्चे हैं, वे अपने मोबाइल में ‘नेट नैनी’, ‘फैमी सेफ’, ‘गूगल फैमिली लिंक’, ‘वीआरबी किड्स’ को जरूर डाउनलोड करें, ताकि आपको पता चले कि कितने टाइम बच्चे ने मोबाइल देखा और उसमें क्या-क्या देखा। और बुरी चीजों को लॉक कर दें। हमारा कहने का अर्थ ये है कि आपका बच्चा बचपन में ही जवान ना हो जाए। समझदार को इशारा काफी है, क्योंकि बचपन की जवानी घातक होती है। जवानी जब आए तभी सही है। बचपन में वो चीजें बच्चों की नॉलेज के लिए नहीं हैं।
2. पानी की बूंद- बूंद बचाने का दिया संदेश
पूज्य गुरू जी ने पृथ्वी पर बढ़ते जल संकट को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए फरमाया कि आज सबसे ज्यादा पानी को बचाने पर फोकस करने की जरूरत है। आओ हम उस पानी को बचाएं, जो जीवन देता है, शरीर में जिसकी सबसे ज्यादा मात्रा है। आज के बाद आप जब भी पानी बर्बाद करोगे तो सोचोगे जरूर कि गुरू जी ने रोका हुआ है। तो हमें लगता है कि अगर हमारे छह करोड़ बच्चे भी ये पहल कर लेंगे तो सृष्टि के लिए बहुत-बहुत बड़ी पहल होगी। इस पर देश-विदेश में आॅनलाइन बैठी साध-संगत ने एक साथ हाथ खड़े करके पानी को बचाने का संकल्प लिया। इस पर पूज्य गुरू जी ने साध-संगत को अपने आशीर्वाद से नवाजा।
आपजी ने फरमाया कि आज जो प्रण किया है, कोशिश करें कि इसको एक मुहिम का रूप दे दें, इसका एक नाम देंगे। पानी बचाने के लिए अपने पूरा जोर लगाएंगे, पूरे वर्ल्ड में संदेश भिजवाएंगे, हर तरीके से कोशिश करेंगे, सबकी मदद लेंगे चाहे वो किसी भी रूप में दें और हम पानी बचाने के लिए एक आंदोलन चलाएं कि पानी को बचाया जा सके। आज आपने जल बचाने का जो संकल्प लिया है तो हम परमपिता परमात्मा से दुआ, प्रार्थना करते हैं कि पानी भी आपको बचाए, आपके लिए पानी ही दवा का काम कर जाए, सुमिरन करके, भक्ति-इबादत करके आप शुद्ध पानी पीजिये और मालिक के गुण गाइये। कम से कम चार-पाँच लीटर तो जरूर पिया करें।
3. युवाओं को नशे के चंगुल से बचाएगा ‘DEPTH’
- पूरे देश को नशा मुक्त बनाने के लिए मुहिम: इस मुहिम के तहत हर रोज लोग नशा छोड़ रहे हैं
पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने नशे रूपी दैत्य से देश को बचाने के लिए ध्यान, योग व स्वास्थ्य द्वारा अखिल भारतीय नशा मुक्ति अभियान (DEPTH) की शुरूआत की। डैप्थ अभियान के तहत डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत गाँव, शहरों में नशे की गिरफ्त में फंसे युवाओं को इससे बाहर निकालकर उनके जीवन को सुधारेगी। साथ ही ऐसे युवाओं का उपचार भी किया जाएगा। इसके तहत युवाओं को राम-नाम, प्रभु की भक्ति से जोड़ा जाएगा, ताकि ‘ध्यान’ से उनका आत्मबल मजबूत हो और वे नशों के जंजाल से निकल सकें। साथ ही योगाभ्यास के माध्यम से उनको स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
-:DEPTH:-
Drug
Eradication
Pan-India
Through
Health and Meditation
गौरतलब है कि पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां आॅनलाइन गुरूकुल के माध्यम से पंच, सरपंचों, पार्षद, चेयरमैन, विधायकों सहित गणमान्यजनों से आह्वान कर रहे हैं कि वे नशे रूपी दैत्य से देश के युवाओं को बचाने के लिए आगे आएं, ताकि युवा पीढ़ी इनसे बाहर निकलकर खुशहाल जीवन जी सके।
नशों के खिलाफ पूज्य गुरु जी का भजन
4. अपने वाहनों को प्रदूषण रहित रखेगी साध-संगत, लिया प्रण
पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने गत दिवस शनिवार (6 नवंबर) को रूहानी सत्संग में फरमाया कि प्रदूषण पर नियंत्रण रखना हम सभी का फ़र्ज है, हमारा धर्म है। यह मत सोचो कि मैंने पैसे देकर सर्टिफिकेट ले लिया। नहीं, अगर आपकी गाड़ी प्रदूषण फैला रही है, खासकर सत्संगी जितने भी हैं हमारे, जितनी भी आपकी गाड़ियां हैं, जितनी भी आप चलाते हैं प्रदूषण रहित होनी चाहिए अच्छे तरीके से। प्रण लें कि सही मायनों में प्रदूषण रहित गाड़ियां चलाएंगे। ये आप सभी पूरा ध्यान रखना।
क्योंकि हमारे छह करोड़ बच्चे हैं, अगर सभी इस पर अमल कर लेंगे तो हमें लगता है कि बहुत फायदा हो जाएगा। साथ ही आप लोग कोशिश करना कि यार, दोस्त मित्रों की गाड़ियां भी प्रदूषण रहित करवाना, चाहे इसके लिए आपको पैसा लगाने पड़ जाएं। खुशी होगी उस राम को, जब रामजी खुश होंगे कि उसकी औलाद की कोई सेवा कर रहा है तो फिर वो कमी नहीं छोड़ते, ये भी याद रखना। पूज्य गुरू जी से प्रेरणा लेकर साध-संगत ने हाथ ऊपर उठाकर अपने वाहनों को प्रदूषण रहित रखने का प्रण लिया।
5. घी, तेल के दीये जलाने की परम्परा फिर शुरू की
- 145. घी या तेल जो आपको ठीक लगे, सुबह और शाम, जलाओ।
बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज के 131वेंं पावन अवतार दिवस पर पूज्य गुरूजी ने 145वां कार्य फ्लेम (एफ-फिक्सिंग लाइफ एंड एयर बाई, एल-लाइटिंग आॅयल लैंप, ए-एम्ड एट, एम-मेकिंग, ई-एन्वायरमेंट क्लीन) शुरू किया। सभी से अपने घरों में सुबह-शाम घी और तेल के दीये जलाने का आह्वान किया। स्वयं दीये जलाकर उन्होंने शुरूआत की। बरनावा आश्रम में 9 दीये प्रज्जवलित कर किए।
इनमें से तीन दीये शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, 3 दीये शाह सतनाम जी धाम सरसा और तीन दीये शाह मस्ताना जी धाम सरसा में रखे गए हैं। ये सभी अखंड दिए हैं, यानी दिन-रात ये दीये जलते रहेंगे। पूज्य गुरूजी ने फरमाया कि दीये जलाने से वातावरण से बैक्टीरिया, वायरस भाग जाएंगे। देश की पुरानी विरासत घरों में तेल या घी का दिया जलाने का आह्वान करते हुए गुरूजी ने कहा कि अपने घरों में एक या फिर एक साथ 17 दीये जलाने का प्रण दिलाया।
6. प्रति दिन दो घंटे 7 से 9 बजे तक मोबाइल से दूर रहेंगे | SEED CAMPAIGN
- 146वां कार्य मोबाइल से दूर रहकर शाम 7 से 9 बजे तक परिवार को समय देना
मोबाईल फोन के जरूरत से अधिक प्रयोग से रिश्तों पर पड़ रहे बुरे प्रभावों को खत्म करने के लिए पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने साध-संगत को जो 7 से 9 बजे तक मोबाईल का इस्तेमाल न करने की मुहिम चलाई है, उसके सार्थक परिणाम सामने आने लगे हैं। पूज्य गुरू जी द्वारा शाम 7 बजे से 9 बजे तक 2 घंटे मोबाईल फोन बंद कर इन दो घंटों को अपने परिवारों में व्यत्तीत करने के लिए कहा गया है, जिस पर साध-संगत ने अमल करना भी शुरू कर दिया है, जिस कारण परिवारों में आपसी प्यार बढ़ने लगा है और बच्चे अपने माता-पिता के साथ समय बिताने लगे हैं और अपने बुजुर्गों के पास बैठकर उनकी बातें सुनने लगे हैं क्योंकि शाम 7 बजे से 9 बजे तक ही ऐसा समय होता है, जब सभी लोग अपने कामकाज से फ्री होकर अपने घरों को लौटते हैं।
7. नेत्रहीनों की परीक्षाओं के पेपर लिखकर मदद करेंगे डेरा सच्चा सौदा के पढ़े-लिखे सेवादार
147: नेत्रहीनों की परीक्षाओं के पेपर लिखकर मदद करेंगे डेरा सच्चा सौदा के पढ़े-लिखे सेवादार। इसके लिए सेवादार नेत्रहीनों के स्कूल, कॉलेज युनिवर्सिटी में अपने नाम दर्ज करवाएंगे ताकि परीक्षाओं के वक्त उनकी मदद ली जा सके।
8. मोबाइल और डिजिटल गैजेट्स के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के नुक्सान को ‘चैट पर चैट’ भजन के द्वारा बताया
विकास और प्रौद्योगिकी के इस बदलते दौर में मोबाइल मानव जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। एक पल के लिए भी कोई इसे खुद से दूर नहीं करना चाहता है। इसी का नतीजा है कि माता-पिता की देखा-देखी आज छोटे-छोटे बच्चे भी इसके आदी हो गए हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाड-प्यार के कारण आपने जिस उपकरण को अपने बच्चे की जिंदगी में दाखिल किया है, आगे चलकर वह आपके बच्चे की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है। इसी विषय को ध्यान में रखते हुए पूज्य गुरु जी ने एक भजन ‘चैट पर चैट’ लांच किया। इस भजन में पूज्य गुरु जी ने मोबाइल और डिजिटल गैजेट्स के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के नुक्सान को बताया है। आपको बता दें कि इस भजन से लाखो की तादाद में बच्चों ने मोबाइल, गेम से किनारा कर लिया है।
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