देर रात हुई वार्ता में लिखित सहमति के बाद रोडवेज की हड़ताल स्थगित
हनुमानगढ़। रोडवेज के संयुक्त मोर्चे की 21 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार रात 12 बजे से की जाने वाली एकदिवसीय चक्का जाम हड़ताल रोडवेज प्रशासन से वार्ता के बाद स्थगित हो गई। रोडवेज मुख्यालय में हुई वार्ता में मांगों पर लिखित सहमति बनने पर रोडवेज कर्मचारियों ने चक्काजाम हड़ताल को स्थगित कर दिया। संयुक्त मोर्चा की ओर से 21 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार रात 12 बजे से गुरुवार रात 12 बजे तक हड़ताल की चेतावनी दी गई थी।
ऐसे में बुधवार रात करीब नौ बजे संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों से रोडवेज मुख्यालय में वार्ता शुरू हुई। इसमें मांगों पर एक माह की अवधि में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद हड़ताल स्थगित कर दी गई। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला से भी वार्ता हुई थी। हड़ताल स्थगित होने पर गुरुवार को रोडवेज बसों का संचालन सुचारू रहा। यदि यह हड़ताल होती तो लाखों लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता।
इसके साथ ही प्राइवेट बस संचालक मनमाना किराया भी वसूलते, जिससे यात्रियों को आर्थिक नुकसान भी होता। रोडवेज कर्मचारियों की ओर से नौ चरणों में आंदोलन किया जा रहा था। वे अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे थे। प्रदेश भर में विभिन्न चरणों में विरोध-प्रदर्शन किए गए। 22 व 23 नवंबर को दो दिन धरना दिया गया। इससे पूर्व रोडवेज प्रबंधन ने रेस्मा लागू करते हुए हड़ताल अवकाश आदि पर जाने के लिए पाबंदी लगा दी थी। हालांकि संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है।
कि यदि सरकार ने लिखित सहमति के अनुसार मांगें नहीं मानी तो रोडवेज कर्मी फिर से आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। रोडवेजकर्मियों के इस आंदोलन को खत्म करवाने में प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल की अहम भूमिका रही। कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद डिडेल ने संयुक्त मोर्चा से बात की और उनकी समस्याएं सुनी। इसके साथ ही सकारात्मक आश्वासन दिया। जबकि उनसे पूर्व रोडवेज के सीएमडी रहे संदीप वर्मा पर रोडवेज कर्मियों ने आरोप लगाया कि उन्होंने एक बार भी वार्ता नहीं की। यदि वार्ता की होती तो समाधान निकल सकता था। यहां बता दें कि रोडवेज के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल हाल ही में हनुमानगढ़ जिला कलक्टर के पद से स्थानांतरित हुए हैं।