- नोटबंदी से आमजन की परेशानी पर बोले पीएम मोदी
- जनधन खातों से पैसा न निकालने का आह्वान
- पाई-पाई पर सवा सौ करोड़ देशवासियों का हक
- कालाधन जमा करवाने वाले खाएंगे जेल की हवा
MuradaBad, SachKahoon News: नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष द्वारा केन्द्र सरकार की संसद से सड़क तक की जा रही जबरदस्त घेराबंदी के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को एक बार फिर बड़े नोटों को अमान्य किए जाने के निर्णय को किसान, गरीब और देशहित में करार दिया। मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी की परिर्वतन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाई पाई पर सवा सौ करोड़ देशवासियों का हक है। हम तो फकीर आदमी है। झोला लेकर चल देंगे। इस फकीरी ने हमको गरीबी से लड़ने की ताकत दी है। उन्होंने जनधन खाताधारियों को आगाह किया कि वे अपने बैंक खातों से पैसा न निकालें। उनके खाते में जिन लोगों ने अपना पैसा जमा कराया है, वह जेल जाएंगे। यह पैसा गरीबों को मिलेगा। दिन रात इसी में दिमाग लगा रहा हूँ। भ्रष्टाचार ने सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का किया है लेकिन सरकार के इस कदम से अमीर गरीब के घर लाइन लगाने को मजबूर है, पैर पकड़ रहा है कि मेरे पैसे अपने खाते में जमा कर लो। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जनधन खाताधारक डरें नहीं। देखिये वह आपके घर के चक्कर लगाएगा। उनके खाते में पैसे डालने वाले अमीर यदि उन पर ज्यादा दबाव डालें तो उनसे कह देना कि ज्यादा दादागिरी दिखाओगे तो मोदी को चिट्ठी लिख दूंगा। उन्होंने कहा घोषणा करके हिसाब देने वाली पहली सरकार आज आपके चरणों में बैठी है। सरकार पाई-पाई, पल-पल का हिसाब दे रही है। सवा सौ करोड़ जनता जनार्दन हमारा हाईकमान और नेता है। जो कुछ हैं आप लोग हैं। मोदी ने कहा कि जो काम 70 साल में नहीं हुआ, उसे करने में तकलीफ तो होगी। चुनौतियां थीं, रुकावटें थी, इरादों में भी खोट थी। आम आदमी बेईमानी नहीं चाहता लेकिन स्कूल वाला जब ‘आफीशियल’ पांच सौ रुपये लेता है और ‘अनआफीशियल’ 75 हजार मांगता है तो मध्यम परिवार मजबूरन बेईमानी करने लगता है।
नोटबंदी से आम आदमी को हो रही कुछ दिक्कतों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं विश्वास दिलाता हूँ कि धूप, ठण्ड और तमाम परेशानियां झेलते हुए आप कतार में खडे रहे। सब कुछ सहन किया है। मैं आपकी तपस्या को बेकार नहीं जाने दूंगा। कोई कमी नहीं रहने दूंगा।’ उन्होंने कहा कि देश को 70 साल मिट्टी के तेल, गेहूं और चीनी के लिए कतार में खडा किया गया। उन कतारों को खत्म करने के लिए मैंने आखिरी कतार लगवाई है। हमारी सरकार केवल घोषणाएं नहीं करती। दरअसल सरकारें योजनाएं बनाकर उन्हें लागू करने के लिए होती हैं। मध्य प्रदेश कभी बीमारु राज्य माना जाता था। दस साल में यह बीमारी से मुक्त होकर विकास करने वाले राज्यों की कतार में आ गया है।
मोदी ने कहा कि उन्होंने पूछा कि क्या भ्रष्टाचार अपने आप जाएगा। उसको डंडा लेकर निकालना पड़ेगा या नहीं। बेईमान को ठीक करना पड़ेगा या नहीं। भ्रष्टाचारियों को ठिकाने लगाने पड़ेगा या नहीं। छापा पड़ने पर बिस्तर के नीचे करोड़ों रुपये मिले। यह पैसे किसके हैं। पाई-पाई पर देशवासियों का हक है।
भ्रष्टाचार ने सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का किया है लेकिन नोटबंदी से अमीर अब गरीब के घर लाइन लगाने को मजबूर है, पैर पकड़ रहा है कि मेरे पैसे अपने खाते में जमा कर लो। ‘जनधन खाताधारक डरें नहीं। देखिये वह आपके घर के चक्कर लगाएगा। आपके खाते में पैसे डालने वाले अमीर यदि ज्यादा दबाव डालें तो उनसे कह देना कि दादागिरी दिखाओगे तो मोदी को चिट्ठी लिख दूंगा।
‘मैं विश्वास दिलाता हूँ कि धूप, ठण्ड और तमाम परेशानियां झेलते हुए आप कतार में खडेÞ रहे। सब कुछ सहन किया है। मैं आपकी तपस्या को बेकार नहीं जाने दूंगा।