सभी धर्मों का सत्कार करने वाले प्रदीप सिंह इन्सां का हर क्षण इंसानियत व मानवता सेवा को रहा समर्पित
कोटकपूरा। (सच कहूँ/अजय मनचंदा) समाज में कुछ ऐसे व्यक्ति भी होते हैं, जिनके सामने भले ही कोई भी मुसीबत, दु:ख-तकलीफ आ जाए, लेकिन वह सच्चाई के मार्ग से कभी भी पीछे नहीं हटते और पूरी दृढ़ता के साथ मुसीबतों का सामना करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं। ऐसी ही महान् शख्शियत थे, डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु प्रदीप सिंह इन्सां, जिन्हें भले ही लाख मुसीबतों, अत्याचारों का सामना करना पड़ा, लेकिन वह अपने प्यारे सतगुरू के पावन वचनों पर चलते हुए सच्चाई के मार्ग पर हमेशा अडोल रहे। सच्चाई के मार्ग पर चलने वाले प्रदीप सिंह इन्सां को भले ही बुराइयों के दुश्मनों ने शारीरिक तौर पर खत्म करने की कोशिश की, लेकिन उनको यह नहीं पता कि जो सच्चाई की चिंगारी वह करोड़ों दिलों में सुलगा गए हैं, उसे कैसे बुझाएंगे।
प्रदीप सिंह इन्सां का जन्म व शिक्षा संबंधित परिचय
प्रदीप सिंह उर्फ राजू का जन्म 14 जून 1985 को माता शिमला रानी, पिता जसपाल सिंह उर्फ साधू सिंह के घर कोटकपूरा में हुआ। प्रदीप सिंह 4 बहन-भाई का लाडला था। प्रदीप सिंह इन्सां ने छोटी आयु में ही पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से शाह सतनाम जी धाम, सरसा में नाम-शब्द की अनमोल दात प्राप्त की थी। प्रदीप सिंह इन्सां ने 10वीं तक पढ़ाई की। उन्होंने 5वीं तक की शिक्षा केशव विकास पब्लिक हाई स्कूल से और 10वीं तक की शिक्षा डीसीएम इंटरनेशनल स्कूल कोटकपूरा से हासिल की।
छोटी उम्र में पूज्य गुरु जी से प्राप्त की नाम की अनमोल दात
प्रदीप सिंह इन्सां के माता-पिता बचपन से ही डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हुए थे, जिस कारण उन्होंने अपने बच्चों को भी डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ कर इन्सानियत के रास्ते पर चलाया। प्रदीप सिंह इन्सां बचपन से ही मीठे स्वभाव और मिलनसार शख्सियत थे। डेरा सच्चा सौदा के साथ जुड़ने से बाद उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आया और डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे मानवता भलाई कार्यों ने उनको इतना प्रभावित किया कि वह दीन-दुखियों की मद्द के लिए अपनी जिन्दगी का ज्यादा से ज्यादा समय देने लगे। उनके अन्दर इन्सानियत का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था। वह डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के मैंबर भी थे।
सिख धर्म में अथाह श्रद्धा रखते थे प्रदीप सिंह इन्सां
प्रदीप सिंह इन्सां सभी धर्मों का दिल से आदर सत्कार करते थे। वह खुद ही नहीं बल्कि दूसरों को भी सभी धर्मों का सत्कार करने के लिए हमेशा कहते थे। प्रदीप सिंह इन्सां की शादी भी पवित्र श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की पावन हजूरी में हुुई थी। उन्होंने तो अपनी शादी की तस्वीरों वाली एल्बम को सजाने के लिए भी अपनी श्रद्धा अनुसार पवित्र धार्मिक स्थल श्री हरमन्द्र साहिब जी की सुन्दर स्वरूप को चुना, लेकिन उनको यह बात कभी याद भी नहीं थी कि जिस सिख धर्म और पवित्र गुरबाणी में उनकी अथाह श्रद्धा है, पंजाब पुलिस उसी धर्म के पवित्र श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के आरोप उन पर मढ़ देगी और इसकी कीमत उनको अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी। प्रदीप सिंह इन्सां के परिजनों ने बताया कि प्रदीप सिंह इन्सां सहित पूरा परिवार ही सिख धर्म सहित सभी धर्मों का दिल से आदर-सत्कार करता है। उनके विवाह-शादी और सुख-दु:ख सहित अन्य कार्य श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पाठ से ही सम्पूर्ण होते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदीप सिंह इन्सां की शादी श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की पावन हजूरी में आनंद कारजों से हुई।
सभी धर्मों का किया सत्कार, बुराई के आगे नहीं झुके
इस योद्धा की भलाई और डेरा सच्चा सौदा की सोच के चलते समाज में होते सुधार से बौखलाये समाज के दुश्मनों ने सभी धर्मों का आदर सत्कार करने वाले प्रदीप सिंह इन्सां को बेअदबी के झूठे मुकदमे में फंसा दिया। इस मामले में पुलिस ने उसे पवित्र श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के आरोप को जबरन कबूल के लिए उस पर कई अत्याचार किए, लेकिन प्रदीप सिंह इन्सां ने इन अत्याचारों को सहते हुए कभी भी सच्चाई का मार्ग नहीं छोड़ा। जिसके चलते बीते दिनों 10 नवम्बर 2022 को समाज के दुश्मनों ने प्रदीप सिंह इन्सां को हमसे सदा के लिए छीन लिया। धार्मिक आजादी की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले महा शहीद प्रदीप सिंह इन्सां को हमेशा याद रखा जाएगा।
इंसानियत की सेवा के लिए हमेशा रहे तैयार
प्रदीप सिंह किसी को भी दु:ख तकलीफ में देखकर हमेशा उनकी मदद करते। किसी को खून की जरूरत होने पर वह संदेश मिलते ही तुरंत रक्तदान करने के लिए पहुंच जाते। पर्यावरण की संभाल में योगदान देने के लिए हर साल पौधे लगाना और बड़े होने तक उनकी संभाल करना, पूज्य गुरू जी द्वारा शुरू किए गए सफाई अभियान में जाना, गरीब परिवारों को राशन देना, किसी जरूरतमंद का इलाज करवाना, किसी जरूरतमंद बेटी की शादी में आर्थिक सहायता करना आदि मानवता भलाई के कार्यों में प्रदीप सिंह इन्सां हमेशा बढ़-चढ़ कर भाग लेते थे।
नामचर्चा कल
महा शहीद प्रदीप सिंह इन्सां नमित दिनांक 16 नवंबर 2022 दिन बुधवार सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक नामचर्चा घर कोटकपूरा में श्रद्धांजलि स्वरूप नामचर्चा रखी गई है, जहां उनको बड़ी संख्या में साध-संगत श्रद्धासुमन अर्पित करेगी।
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