- सम्मेलन। पुलिस हमारी कम्प्यूनिटी, जिला-राज्य की नहीं हो कोई बाध्यता
- आन्तरिक सुरक्षा पर किया गहनता से मंथन
HanumanGarh, SachKahoon News: पुलिस महानिरीक्षक ओपी सिंह हिसार रेंज की अध्यक्षता में जीओ मैस हिसार में हिसार रेंज से लगते राजस्थान व पंजाब प्रदेश के सीमावर्ती जिलों के उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ अन्तरराज्यीय समन्वय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में आपसी समन्वय स्थापित करने व आन्तरिक सुरक्षा विषय पर गहनता से मंथन किया गया। सीमावर्ती जिला क्षेत्र में बढ़ते अपराधों के प्रकार व कारणों पर मंथन किया गया। अपराधी अपराध घटित कर दूसरे जिले एवं दूसरे राज्य में अपराधी द्वारा बनाई गई शरण स्थली विषयों के साथ-साथ गतवर्ष आपसी समन्वय व सहयोग के साथ अपराधियों की धरपकड़ में चलाये गये अभियान व मिली सफलता के बारे में भी सविस्तार चर्चा की गई। वहीं उस विषय पर भी चर्चा हुई जो एक-दूसरे के लिए बाधा बने। पुलिस महानिरीक्षक हिसार रेंज ओपी सिंह ने कहा कि जब कोई अपराध किसी थाना क्षेत्र में होता है तो उस अपराध के नियन्त्रण व धरपकड़ में दूसरे थाना प्रभारी ज्यादा मुस्तैदी नहीं दिखाते। जिले के थाना प्रभारी और भी कम दिलचस्पी दिखाते हैं तथा दूसरे राज्य की पुलिस जो बहुत कम दिलचस्पी लेती है। इसका फायदा अपराधी बखूबी उठाता है तथा पुलिस की गिरफ्त से बच निकलता है। उन्होंने कहा कि पुलिस हमारी कम्यूनिटी है, उसमें जिला व राज्य की कोई बाध्यता नहीं हो सकती। बशर्ते समन्वय व समय पर सूचना का आदान-प्रदान सही हो। उन्होंने कहा कि इस समस्या के निदान के लिए उन्होंने हिसार रेंज पुलिस को एक यूनिट के रूप में गठित किया है।
हनुमानगढ़ सहित कई जिलों के एसपी रहे मौजूद
सम्मेलन में हनुमानगढ़ के पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव, भादरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रसिंह मीणा, संगरिया थानाधिकारी मोहरसिंह पूनियां, झुन्झूनू के पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, चुरू के पुलिस अधीक्षक राहुल, चुरू के थानाधिकारी अनिल बिश्नोई, मानसा के पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रपाल सिंह, एएसपी भरतराज, संगरूर के सहायक पुलिस अधीक्षक बुलन्दसिंह,सहित रेंज के अनेक उप पुलिस अधीक्षक थाना सीआईए प्रभारियों ने भाग लिया।
इन बिन्दुओं पर सहयोग व कार्रवाई पर बनी सहमति
अन्तर्राज्यीय अपराध नियन्त्रण सम्मेलन में मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची जो एक-दूसरे के क्षेत्र में शरण लेते हैं का आदान-प्रदान किया गया। इसके अलावा बताया गया कि एक ऐसा मोबाइल एप बनाने पर भी काम चल रहा है जो पुलिस के अधिकारियों को सूचना देगा कि उसके मोस्ट वांटेड वा उद्घोषित अपराधी किस क्षेत्र में व कितनी संख्या में रहते हैं। जिसके बन जाने से ऐसे अपराधियों पर पुलिस की निगाह उन पर बनी रहेगी। सप्ताह में कम से कम एक बार पड़ोसी राज्य के पुलिस कर्मचारी व अधिकारी सीमा पर सामूहिक नाकाबन्दी कर चैंकिंग अभियान चलाने पर सहमति बनी।