डेगू (कोरिया) (एजेंसी)। भारतीय निशानेबाजों ने 15वीं एशियाई एयरगन चैंपियनशिप में महिलाओं की 10 मीटर यूथ एयर राइफल प्रतियोगिता में तीनों पदक हासिल करके क्लीन स्वीप किया। भारत की युक्ति राजेंद्रन ने फाइनल में अपनी हमवतन गौतमी भनोत को 16-14 से हराकर सोने का तमगा हासिल किया। गौतमी को रजत पदक से संतोष करना पड़ा जबकि कांस्य पदक पर तीसरी भारतीय हेजल ने कब्जा किया। इसी बीच, मेहुली घोष ने मेजबान दक्षिण कोरिया की चो उनयुंग को 16-12 से हराकर महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, जबकि कजाकिस्तान की ले एलेक्जेंड्रा ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
हमवतन नैन्सी ने चांदी का तमगा जीता
महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल जूनियर स्पर्धा में तिलोटोमा सेन ने स्वर्ण हासिल किया, जबकि उनकी हमवतन नैन्सी ने चांदी का तमगा जीता। इस प्रतियोगिता में जापान की नोबाता मिसाकी तीसरे स्थान पर रहीं। इसी बीच, पार्थ माने ने भारत के पदकों की संख्या दहाई के आंकड़े में पहुंचाते हुए पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल यूथ प्रतियोगिता में स्वर्ण हासिल किया। उन्होंने इसके लिये मेजबान दक्षिण कोरिया के एचए सेमिन को 16-0 से रौंदा। भारतीय निशानेबाजों ने शुक्रवार को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर टूनार्मेंट में अपने अभियान की सकारात्मक शुरूआत की थी। पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल जूनियर स्पर्धा में ओलंपियन दिव्यांश सिंह पंवार ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि किरण अंकुश जाधव ने इसी सीनियर प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया। श्री कार्तिक सबरी राज रविशंकर ने जूनियर पुरुष एयर राइफल में कांसे का तमगा अपने नाम किया।
थापा ने चोट लगने के बाद एशियाई चैंपियनशिप में जीता रजत
भारतीय मुक्केबाज शिवा थापा ने एएसबीसी एशियाई एलीट मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में रविवार को चोटग्रस्त होने के बाद रजत पदक से संतोष किया। थापा का सामना पुरुषों के 63.5 किग्रा लाइट वेल्टरवेट फाइनल में उज्बेकिस्तान के अब्दुल्लाएव से था, लेकिन बाउट के दूसरे दौर के शुरूआती क्षणों में थापा के घुटने पर चोट लगने के कारण रेफरी ने मुकाबला रोक दिया। तीसरी सीड थापा तेज-तर्रार शुरूआती दौर में 0-5 से हार गए थे और चोट लगने के समय बाउट में पीछे चल रहे थे। थापा ने दूसरे राउंड में कुछ मुक्के जमाए लेकिन कुछ देर बाद कैनवास पर गिर गए। रेफरी द्वारा गिनती किए जाने पर वह बिना किसी सहायता के उठने में सफल रहे लेकिन इस दौरान वह दर्द से कराहते रहे। डॉक्टर ने थापा का परीक्षण किया, जिसके बाद थापा लड़खड़ाते हुए रिंग से बाहर चले गए और रेफरी ने उज्बेक मुक्केबाज को विजेता घोषित कर दिया। रजत पदक जीतने वाले थापा चैंपियनशिप के 2022 संस्करण में भारत के सबसे सफल पुरुष मुक्केबाज हैं, जबकि इससे पहले गोविंद (48 किग्रा), सुमित (75 किग्रा), नरेंदर (92प्लस किग्रा) और मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) कांस्य पदक जीत चुके हैं।
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