- बोले, नशा व शराब रूपी राक्षस हमारे समाज को खाने का आतुर
बरनावा। पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने रविवार को शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा से आॅनलाइन गुरूकुल में माध्यम से रूहानी सत्संग फरमाया। देश के विभिन्न महानगरों, नामचर्चाघरों व विदेशों में बैठी साध-संगत ने पूज्य गुरु जी के अनमोल वचनों को श्रवण किया। साथ में पूज्य गुरु जी ने देशभर में युवाओं सहित सभी आयु वर्ग के लोगों का नशा छुड़ाने के लिए शुरू की गई डैप्थ कैंपेन में साध-संगत को बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। रविवार को शगुन गार्डन सीकरी फरीदाबाद (हरियाणा), पूर्णमल धर्मशाला शिमला (हिमाचल प्रदेश), अभिवादन वाटिका मुस्तफाबाद (दिल्ली), मझौली नामचर्चा घर (मध्य प्रदेश), माहेश्वरी भवन नागपुर (महाराष्ट्र), कान्ताबेन की बाड़ी, अहमदाबाद (गुजरात), ओउम रेजीडेंसी कोलकाता (प. बंगाल), सीपीडब्ल्यूडी मल्टीपर्पज हॉल बैंगलोर (कर्नाटक) व थानेश्वरी मंदिर जगत सिंह पुर (उड़ीसा) में हजारों लोगों की बुराइयां व नशा छुड़ाते हुए उन्हें गुरूमंत्र, नाम शब्द दिया। वहीं इस दौरान माहेश्वरी भवन नागपुर महाराष्ट्र, पूर्णमल धर्मशाला शिमला (हिमाचल प्रदेश) व मझौली नामचर्चा घर में स्थानीय साध-संगत की ओर से डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार महीने की खुशी में सैंकड़ों जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े व राशन बांटा गया।
छाया: सुशील कुमार
नशे के दैत्य को गांव-शहरों में ना दें घुसने
छाया: सुशील कुमार
पूज्य गुरु जी ने रूहानी सत्संग फरमाते हुए कहा कि आज के समय में नशा व शराब रूपी राक्षस हमारे समाज को खाने को आतुर है। इसलिए अगर सभी गणमान्य लोग मिलजुल कर समाज में फैली विकृतियां को दूर करने का प्रयास करेगे तो सफलता जरूर मिलेगी। एक दिन नशा रूपी दैत्य जरूरी समाज से समाप्त होगा। पूज्य गुरु जी ने कहा कि भगवान के नाम का लगातार सुमिरन करके मनुष्य अपने अंदर चलने वाली नेगेटिविटी पर जीत हासिल कर सकता है। इसके अलावा परमात्मा के नाम का जाप करने से मनुष्य को अंदर से असीम शांति मिलती है और सबसे बड़ी बात वह परमात्मा के नाम से ड्रग नशे से छुटकारा पा सकता है। पूज्य गुरू जी ने कहा कि जब हमारे बेटे और बेटियां समाज से नशा खत्म करने के लिए चल पड़े हैं तो समाज में जरूर सुधार होगा। साथ ही फरमाया कि जो राम-नाम से जुड़ जाता है उसका नशा करने का दिल ही नहीं करता। करोड़ों लोग नशा छोड़ चुके हैं।
छाया: सुशील कुमार
वहीं रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी ने डैप्थ कैंपेन यानी ध्यान, योग व स्वास्थ्य द्वारा अखिल भारतीय नशा मुक्ति अभियान के बारे में साध-संगत को प्रेरित करते हुए फरमाया कि साध-संगत ज्यादा से ज्यादा बुराइयां व नशा छुड़वाने को अपना ऐम बना ले और ज्यादा से ज्यादा लोगों का नशा छुड़ाए। ताकि नर्क बन चुके घरों को दोबारा से स्वर्ग बनाया जा सके। पूज्य गुरु जी ने कहा कि यह सच है कि जो सत्संग में चलकर आता है और राम के नाम का जाप करता है तो उसका 100 प्रतिशत नशा छूट जाता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा नशा करने वाले लोगों को राम-नाम की चर्चा यानी सत्संग में लेकर आए और उनका नशा छुड़ाए। पूज्य गुरु जी ने कहा कि साध-संगत लोगों को समझाए कि अगर वह अपने अंदर के नेगेटिव विचारों पर जीत हासिल करना चाहते है, अपने अंदर की सामाजिक बुराई को तौबा करना चाहते है व सभी प्रकार के नशों से छुटकारा चाहते है तो सत्संग में जरूर आए, यह कहकर साध-संगत डैप्थ कैंपेन के लिए लोगों को प्रेरित करे। ताकि लोगों को सच्चाई का पता चल सके।
पूज्य गुरु जी ने विभिन्न खेलों में हरियाणा और पंजाब के नौजवानों के खेल प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि यहां के खिलाड़ी ओलंपिक या अन्य कोई भी खेल हो उसमें बहुत तरक्की कर रहे है। लेकिन चिंता का विषय है कि आज समाज में नशा, ड्रग नाम का एक दैत्य उठ खड़ा हुआ है। उसे लोग चिट्टा, नशा, अफीम, हेरोइन, तंबाकू भी कहते है। अगर इसे नही रोका गया तो यह हमारी आने वाली पीढ़िय़ों व नस्लों को खत्म कर देगा। इसलिए सभी ग्राम पंचायतें व अन्य गणमान्यजन इस नशे रूपी ड्रग को अपने गांव में घूसने न दें। हम भी भगवान से प्रार्थना करेंगे कि आप इस गंदगी को समाज से भगा सकें।
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