जींद। हवा में बढ़ रहे प्रदूषण से हरियाणा में जींद के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। हवा में प्रदूषण का स्तर पीएम-2.5 अधिकतम 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर पहुंच गया है। जींद जिले की हवा में प्रदूषण का स्तर 426 पर पहुंच गया है, जोकि मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। नागरिक अस्पताल में आज मरीजों की भारी भीड़ रही, जिनमें अधिकतर मरीज एलर्जी, आंखों में पानी आने और सांस में दिक्कत के पीड़ित थे।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि इससे पूर्व कल कुल ओपीडी की संख्या 987 रही जिनमें से 250 मरीजों को आंखों में जलन, पानी आने व सांस लेने में परेशानी होने की शिकायतें थीं। आज जींद स्मॉग की चादर से ढका रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में तो सुबह के समय सड़क पर दृश्यता बेहद कम रही। वाहन चालकों को पास का भी कुछ नहीं दिखाई दे रहा था। ऐसे में वाहन चालक सुबह के समय लाइटें जला कर वाहन चलाते हुए दिख रहे थे। शहर में हर तरफ लोगों को मुंह ढके और चश्मा पहने देखा गया।
नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ राजेश भोला ने बताया कि के अनुसार स्मॉग से आंखों में जलन, श्वास संबंधी परेशानियां, फेफड़ों में संक्रमण, घबराहट, सिरदर्द, तनाव, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। सबसे ज्यादा परेशानी अस्थमा मरीजों को होती है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को तो इस मौसम में विशेष सावधानी रखने की जरूरत होती है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने लोगों को सुबह-शाम टहलने से बचने, कमरे में एग्जॉस्ट चलाने, घर से बाहर निकलने पर मुंह पर रुमाल या मास्क लगाने, पेय पदार्थ ज्यादा लेने, गरम पानी का प्रयोग करने और खांसी, गले व छाती में संक्रमण आदि होने पर चिकित्सकों से संपर्क करने की सलाह दी है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।