पूज्य गुरु जी ने अपने पावन कर-कमलों से केक काटा और साध-संगत को खुशियों से निहाल किया
बरनावा। बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार माह की खुशी ( Shah Mastana Ji) में साध-संगत को प्रसाद बांटा गया। पूज्य गुरु जी ने अपने पावन कर-कमलो से केक काट और साध-संगत को खुशियों से निहाल किया। आपको बता दें कि प्रसाद में मिल्क केक का प्रसाद, लड्डू का प्रसाद, केक का प्रसाद और हल्वे का प्रसाद साध-संगत को बांटा गया। ये प्रसाद सावण सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार माह की खुशी में पूज्य हजूर पिता जी और आदरणीय रूह दीदी की ओर से यानी बाप बेटी की जोड़ी की ओर से बांटा गया। इस दौरान साध-संगत ने बाप बेटी की जोड़ी की तंदुरूस्ती और सलामती के लिए सतगुुरु प्यारे एमएसजी के चरणों में पवित्र नारा ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का नारा लगाया। इस दौरान पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि हलवे का नाम सुनते ही क्यों हलवा, वाह क्या तेरा जलवा।
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