डॉ. विजय कौशिक दक्ष वैज्ञानिक के साथ साथ बड़े साहित्यकार बनने की और अग्रसर
सच कहूँ/विजय शर्मा
करनाल। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार (Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University) के कृषि विज्ञान केन्द्र करनाल में कार्यरत वैज्ञानिक डॉ. विजय कुमार कौशिक ने सामाजिक कुरीतियां, रीति रिवाजों एवम् त्यौहारों पर आधारित प्रथम अंतरराष्ट्रीय काव्य संग्रह ‘‘आह से आहा तक’’ नामक पुस्तक का सम्पादन करके हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड्स लंदन से वर्ल्ड रिकॉर्ड की उपलब्धि प्राप्त की। फिलहाल ये कृषि विज्ञान केन्द्र करनाल में फार्म प्रबंधन के जिला विस्तार विशेषज्ञ के रूप में कार्य कर रहे हैं।
कौशिक की साहित्य में भी बहुत रुचि रही है। गत वर्ष ही उन्होंने भारत रत्न अवार्डीज पर प्रथम अंतरराष्ट्रीय काव्य संग्रह ‘‘भारत रत्न काव्य माला’’ नामक पुस्तक तैयार कर वर्ल्ड बुक आॅफ रिकॉर्ड्स लंदन से पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। 2021 में ही दिल्ली की एक लेखिका के साथ मिलकर भारत देश की 31 अपने अपने क्षेत्रों की प्रथम महिलाओं के जीवन पर ‘प्रथमा’ नामक पुस्तक का सम्पादन किया, जिसको पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील समेत अनेकों महापुरुषों ने सराहा।
सामाजिक कार्यों के लिए मिल चुके 12 अवार्ड | Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University
डॉ. कौशिक ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जर्नल एवं पत्रिकाओं में 35 शोध पत्र और प्रमुख पत्रिकाओं में 37 लोकप्रिय लेख प्रकाशित किए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय एवम् अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 16 सेमिनार और कांफ्रेंस में अपने 20 शोध पत्र प्रस्तुत किए है। 2018 व 2019 में उन्हें बेस्ट पोस्टर प्रेजेंटेशन अवार्ड तथा 2018 में बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन अवार्ड और यंग साइंटिस्ट अवार्ड तथा 2021 में बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन अवार्ड और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एक्सीलेंस साइंटिस्ट अवार्ड से भी नवाजा गया। उनको विभिन्न सामाजिक कार्यों के लिए लगभग 12 अवार्ड भी प्राप्त हो चुके हंै।
अब तीसरे रिकॉर्ड की तैयारी
डॉ. कौशिक ने बताया की तीसरे वर्ल्ड रिकॉर्ड की लगभग तैयारी हो चुकी है, अबकी बार कृषि फसलों पर प्रथम काव्य ग्रंथ तैयार किया गया है, जिसको ब्रावो इंटरनेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा अनुमोदित कर अप्रूवल भी दे दिया गया है।
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