इग्नू की मदद से जेल में कैदी घढ़ रहे अपनी तकदीर
-हर वर्ग को अपनी शर्तो पे पढ़ने की आजादी देता है इग्नू
सच कहूँ/विजय शर्मा
करनाल। इग्नू (IGNOU) के क्षेत्रीय निदेशक प्रभारी डॉ. धर्मपाल ने बताया की इग्नू ने पिछले पांच वर्षों में हरियाणा की विभिन्न जेलों में बंद 2777 कैदियों को उच्च शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया है कारावास में बंद होने के बाद पढ़ाई छोड़ चुके कैदियों के लिए नया रास्ता तैयार किया है। हरियाणा की जेलों में कैदियों को इग्नू क्षेत्रीय केंद्र करनाल द्वारा मुफ्त उच्च शिक्षा मुहैया करवाई जा रही है, जिसके लिए कैदियों को किसी प्रकार का फीस का भुगतान नहीं करना पड़ता तथा परीक्षाएं भी इग्नू की तरफ से आयोजित करवाई जाती है। जो लोग अज्ञानता के कारण कोई अपराध कर बैठते हैं और उनको जेल जाना पड़ता है, जिसके कारण उनकी पढ़ाई बीच में छूट जाती है, ऐसे लोगों के लिए इग्नू एक वरदान की तरह है, जोकि ऐसे लोगों को जेल में रहते हुए उच्च शिक्षा देने का कार्य कर रही है।
ये कैदी हुए शिक्षित IGNOU
- जनवरी 2017: 230
- जुलाई 2017: 353
- जनवरी 2018: 305
- जुलाई 2018: 285
- जनवरी 2019: 446
- जुलाई 2019: 503
- जनवरी 2020: 156
- जुलाई 2020 : 61
- जनवरी 2021: 178
- जुलाई 2021: 78
- जनवरी 2022: 182कैदियों ने इग्नू द्वारा दिखाए उच्च शिक्षा के रस्ते को चुना है, जुलाई 2022 सत्र के दाखिले अभी चल रहें है। जिसकी
अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 अक्तूबर कर दी गई है। इग्नू ही केवल एकमात्र ऐसा संस्थान है जो समाज के प्रत्येक वर्ग को अपनी शर्तो पर उच्च शिक्षा पाने की आजादी प्रदान करता है ताकि प्रत्येक व्यक्ति समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सके।
-डॉ. धर्मपाल, इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक प्रभारी, करनाल।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।