गुरुग्राम पुलिस को क्वार्टर का इंतजार खत्म, कल मिलेंगे 576 क्वार्टर

Gurugram Police
  • केंद्रीय गृह मंत्री फरीदाबाद रैली से करेंगे लोकार्पण
  • आरटीसी भोंडसी में बनाए गए हैं 576 क्वार्टर
  • 18 एकड़ जमीन पर 106 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुए हैं ये क्वार्टर
  • मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में लिफ्ट सहित मिलेंगी अन्य आधुनिक सुविधाएं

संजय कुमार मेहरा
गुरुग्राम। पुलिस लाइन में सरकारी आवासों में कमी के कारण परिवार के साथ किराए के मकानों में रहने और शहर से बाहर अप-डाउन करने वाले पुलिस कर्मचारियों के लिए अब आरटीसी भोंडसी में 576 नए फैमिली क्वार्टर बनकर तैयार हैं। यानी अब उनके लिए आवास के इंतजार की घड़ियां खत्म होने जा रही हैं। गुरुवार को फरीदाबाद में आयोजित रैली से गृह मंत्री अमित शाह इन क्वार्टर का लोकार्पण करेंगे। करीब 3 साल की अवधि में ये क्वार्टर पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन ने बनाए हैं। लोकार्पण समारोह में केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहेंगे। गुरुग्राम के भोंडसी स्थित रेक्रूट ट्रेनिंग सेंटर (आरटीसी) में पुलिस आवास परिसर की करीब 18 एकड़ भूमि पर बनकर तैयार यें 576 पुलिस क्वार्टर गुरुग्राम पुलिस के जवानों की कार्य शैली में निश्चित रूप से एक बड़ा बदलाव लेकर आएंगे। इस प्रोजेक्ट की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 सितंबर 2019 को रोहतक में आयोजित रैली के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रखी गई थी। प्रोजेक्ट की निर्माण प्रक्रिया 16 सितंबर 2019 को शुरू की गई थी, जोकि मौजूदा वर्ष के इसी माह की 15 तारीख को पूर्ण हुई है।

आधुनिक सुविधाओं से लैस ये नए फ्लैट

गुरुग्राम शहर के बस अड्डे के पास पुलिस लाइन व मानेसर स्थित पुलिस लाइन के बाद गुरुग्राम जिले में यह तीसरा पुलिस आवासीय परिसर है। करीब 18 एकड़ भूमि पर निर्मित इस नए पुलिस आवास परिसर में 12 टावर का निर्माण किया गया है, जिसमें प्रत्येक टावर में 2 लिफ्ट के साथ स्टिल्ट पार्किंग सहित 8 फ्लोर हैं। प्रत्येक फ्लोर पर 6 फ्लैट्स (922 स्क्वायर प्रति यूनिट) हैं। सभी टावर्स की छतों पर गर्मी प्रतिरोधी टाइलें लगाई गई हैं। वहीं रैलिंग में जंग से बचाव के लिए स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया गया है। आग लगने की स्थिति में बचाव के लिए फायर अलार्म सहित अन्य आधुनिक उपकरणों लगाए गए हैं।

वाटर ट्रीटमेंट के लिए एसटीपी भी लगाया

परिसर में एसटीपी के माध्यम से ट्रीटेड वाटर को पुन: इस्तेमाल में लाया जाएगा। इसके साथ-साथ जल संरक्षण की महत्ता को ध्यान में रखते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सहित पार्क व बागवानी पर भी विशेष कार्य किया गया है। सभी आवास में बिजली की निर्बाध सप्लाई के लिए परिसर में 11 किलोवाट का एक सब स्टेशन भी बनाया गया है। आपात स्थिति के लिए 125 किलोवाट के तीन व 62.5 किलोवाट का एक डीजी सेट भी लगाया गया है।

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