मुंबई (एजेंसी)। घरेलू स्तर पर बीते सप्ताह शेयर बाजार में रही तेजी के बीच वैश्विक स्तर पर हो रहे घटनाक्रमों और घरेलू स्तर पर कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों, खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़ो से अगले सप्ताह बाजार की चाल तय होगी। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स समीक्षाधीन अवधि में 764.92 अंक बढ़कर 58191.29 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 220.30 अंकोें की बढ़त लेकर 17314.65 अंक पर रहा।
इस दौरान दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में अधिक लिवाली रही। बीएसई का मिडकैप समीक्षाधीन अवधि में 530.86 अंक उछलकर 25384.80 अंक पर और स्मॉलकैप 730.02 अंकों की उछला लेकर 29182.93 अंक पर रहा।
छोटे निवेशकों को बड़ा नुक्सान
अगले सप्ताह से कंपनियों के तिमाही परिणाम आने शुरू हो रहें और इसका बाजार पर असर दिख सकता है। जिन कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के परिणाम आने वाले उनमें टीसीएस, इंफोसिस, एचसीएल टेक्नॉलाजीज, विप्रो जैसी प्रमुख आईटी कंपनियां शामिल है। बाजार आॅटो के परिणाम भी अगले सप्ताह आना है। इसके साथ ही आलोच्य सप्ताह में खुदरा महंगाई , थोक महंगाई के आंकड़े भी आने हैं और इसका असर भी बाजार पर होता है।
विश्लेषकों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वैश्विक स्तर पर मंदी की आशंका जतायी है जिसका असर वैश्विक बाजार पर दिख रहा है और उससे भारतीय बाजार भी अप्रभावित नहीं रह सकता है। इसलिए निवेशकों विशेषकर छोटे और खुदरा निवेशकों को सतर्कता से निवेश करने की जरूरत है क्योंकि ऐसी स्थिति में विदेश निवेशक अक्सर बिकवाली करते हैं जिससे छोटे निवेशकों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
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