ओढां(सच कहूँ/राजू)। अगर समय पर सिंचाई पानी मिल जाए तो किसानों के लिए इससे बड़ी राहत की बात और क्या हो सकती है। इस समय रबी की बिजाई का समय है। ऐसे में किसानों को सिंचाई पानी की बेहद आवश्यकता है। खरीफ की फसल पर मौसम की मार से बेजार हुए किसानों को अब रबी की फसल से काफी उम्मीदें हैं। क्षेत्र से होकर गुजरने वाली रत्ताखेड़ा खरीफ चैनल में बेमौसमी बरसात की वजह से आया पानी किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस समय टेल पर पूरा पानी देखा जा रहा है। खरीफ चैनल से ट्रेक्टरों से पानी उठाकर किसान सरसों की बिजाई के लिए भूमि तैयार करने में मशगूल हैं। किसानों ने चैनल के पानी के लिए कई-कई किलोमीटर दूर तक भूमिगत पाइपें बिछाकर सिंचाई का प्रबंध कर रखा है।
इस बार मौसम व रोगों की मार के चलते खरीफ की फसल बर्बाद हो गई। जिसके चलते किसानों की स्थिति काफी खराब है। इसलिए रबी की फसल से काफी उम्मीदें हैं। इस समय खरीफ चैनल में पानी आया हुआ है। ये पानी हमारे लिए वरदान से कम नहीं है। खरीफ चैनल में आए पानी से अगर भूमि की सिंचाई हो जाएगी तो बिजाई बेहद अच्छी होगी।
– आत्माराम, किसान (राजपुरा)।
किसान को समय पर पानी व बीज-खाद मिल जाए तो इससे बड़ी राहत और क्या होगी। खरीफ चैनल में इस समय टेल पर पूरा पानी है। ये पानी किसानों के लिए सोने पर सुहागा साबित होगा। ट्यूबवेलों का पानी किसानों के लिए मजबूरी है। खरीफ चैनल में आया पानी जमीन के लिए ताकतवर व उपजाऊ शक्ति बढ़ाने वाला है। क्षेत्र में ट्यूबवेलों का पानी करीब 90 फुट गहरा है। चैनल में अगर पानी एक माह और चल जाए तो खरीफ की फसल का घाटा पूरा हो जाएगा।
– सहदेव जाखड़, किसान (बनवाला)।
रत्ताखेड़ा खरीफ चैनल किसानों में खुशहाली लेकर आई है। इस बार चैनल में 4 बार पानी आया है। इस समय 4 से 6 फुट पानी चल रहा है। समय पर चैनल की सफाई होने से टेल पर पानी फुल है। ये पानी अकेले हमारे गांव के लिए ही नहीं बल्कि दर्जनों गांवों के किसानों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। किसान की फसल अच्छी हो जाए तो कि सान को और क्या चाहिए।
– गुरदीप सिंह बराड़, किसान (राजपुरा)।
खरीफ चैनल में पानी आने से किसानों में खुशी है। इस समय सिंचाई पानी की बेहद आवश्यकता है। सरसों की बिजाई का समय चल रहा है। गेहूं में अभी करीब 2 सप्ताह का समय शेष है। अगर ये पानी एक माह और चल जाए तो इस बार किसानों के वारे न्यारे हो जाएंगे। अगर किसान की फसल अच्छी होगी तो देश की आर्थिक व्यवस्था में भी सुधार होगा।
-सुभाष बडजाती, किसान (नुहियांवाली)।
खरीफ चैनल में ऐन मौके पर पानी छोड़ा गया है। ये पानी किसानों के लिए वरदान साबित होगा। सरसों के लिए भूमि तैयार कर रहे हैं। नरमें की खड़ी फसल मेंं भी सिंचाई कर रहे हैं क्योंकि पानी ठीक समय पर आया है। इससे पानी से न केवल भूमि की उर्वरक शक्ति बढ़ेगी बल्कि भूमि में नमी भी काफी दिनों तक बरकरार रहेगी। खरीफ की फसल कमजोर रही, लेकिन रबी की फसल काफी अच्छी होने की उम्मीद है।
– महेंद्र लुटासरा, किसान (पन्नीवाला मोटा)।
रत्ताखेड़ा खरीफ चैनल में आए पानी ने किसान की जान में जान डाल दी। इस समय पानी की बेहद जरूरत थी। बेमौसमी बरसात की वजह से खरीफ चैनल में पानी आने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। सरसों की बिजाई बेहतर ढंग से हो जाएगी। इससे न केवल जलस्तर ऊंचा होगा अपितु फसल भी बेहद अच्छी होगी। चैनल में पानी आने के बाद बौरवेल की आवश्यकता ही नहीं।
– जग्गा सिंह धालीवाल, किसान (घुंकावाली)।
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