संस्थान युवा इंजीनियरों और शोधकार्ताओं के लिए गुरुकुल : प्रो. जैन
लौंगोवाल। (सच कहूँ/हरपाल) संत लौंगोवाल अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, (शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन सम विश्वविद्यालय) में सर्टीफिकेट और डिप्लोमा पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके संस्थान के निदेशक प्रो. शैलेंद्र जैन ने बताया कि संत लौंगोवाल अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लौंगोवाल देश के विविध वर्गों, विशेष रुप से ग्रामीण और विनम्र पृष्ठभूमि के छात्रों को शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जाना जाता है। संस्थान युवा इंजीनियरों और शोधकार्ताओं के लिए एक गुरुकुल है, जो इस तकनीकी संस्थान के परिसर में उपयुक्त शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आशाजनक कैरियर प्राप्त करने के लिए प्रवेश करते है। संस्थान का सटीफिकेट और डिप्लोमा पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया। समारोह में माननीय प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया, निदेशक, डा. बी.आर. अम्बेदकर, राष्ट्रीय संस्थान, जालंधर, मुख्यातिथि के रुप में उपस्थित की। मुख्यातिथि ने युवा उत्तीर्ण छात्रों को संबोधित किया और देश की प्रगति को निर्धारित करने में देश के युवायों की भूमिका पर जोर दिया। मुख्य अतिथि ने संस्थान की बहु प्रवेश निकास नीति की प्रशंसा की जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार है।
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मुख्यातिथि ने सर्टीफिकेट और डिप्लोमा समारोह के सभी उत्तीर्ण छात्रों को दृढ़ता, धैर्य और दृढ़ता के साथ अपने जीवन में आनी वाली सभी बाधाओं और चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्यातिथि के साथ डॉ. जेएन चक्रवर्ती, डीन (आरएंडसी), तंगेलपल्ली, एसोसिएट डीन शामिल थे। इस समारोह में, विभिन्न विषयों में छात्रों को 527 सर्टीफिकेट और डिप्लोमा प्रदान किए गए। अंत में संस्थान के निदेशक प्रो. शैलेंद्र जैन ने उत्तीर्ण छात्रों को शपथ दिलाई। समारोह समापन प्रो. जे.एस. ढिल्लों द्वारा विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर, दोनो संस्थानो के बीच शिक्षा और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने के लिए डा. बी.आर. अम्बेदकर, राष्ट्रीय संस्थान, जालंधर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।
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