अशोक गहलोत जब सोनिया गांधी से मिलने गए तो उनके पास एक पेपर था इसमें लिखा जो हुआ बहुत दुखद है। मैं भी बहुत आहत हूं।
नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव के लिए टिकट पाने वालों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही पिछड़ते नजर आ रहे हैं लेकिन इस दौड़ में वरिष्ठ नेता शशि थरूर और पवन बंसल के बाद अब दिग्विजय सिंह भी शामिल हो गए है। भारत जोड़ो यात्रा के अध्यक्ष सिंह ने यात्रा को केरल में छोड़कर दिल्ली पहुंचने के बाद स्पष्ट किया “मैं यहां कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन फॉर्म लेने आया हूं और अपना नामांकन पत्र कल भर दूंगा।” सिंह से पहले पार्टी के लोक सभा सदस्य थरूर नामांकन पत्र ले चुके हैं और पांच सेट भरने की प्रक्रिया में जुटे हैं। वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने भी नामांकन पत्र लिया है लेकिन बाद में कहा कि नामांकन पत्र उन्होंने किसी और के लिए मंगाया है। लंबे समय से अध्यक्ष बनने के लिए चर्चा में रहे गहलोत राजस्थान में अपने समर्थक विधायकों के सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने के खिलाफ बगावत करने से अचानक दौड़ से बाहर होते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र भरने की 30 सितंबर आखिरी तिथि है। एक सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच का काम किया जाएगा और 17 अक्टूबर को चुनाव होने है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की जगह कोई दूसरा सीएम पद की शपथ ले सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अशोक गहलोत सीएम पद छोड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। बताया यह भी जा रहा है कि कांग्रेस के अगले अध्यक्ष अशोक गहलोत हो सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले गहलोत करीबियों ने राजस्थान में बगावत छेड़ दी थी, गहलोत नहीं चाहते कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बने।
दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचे। pic.twitter.com/nfsxetq70c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 29, 2022
सोनिया गांधी से वार्ता
- अशोक गहलोत आज सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद वो नामांकन भी दाखिल कर सकते हैं।
गहलोत की शर्त
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान ने शर्त रखी है। बताया जा रहा है कि गहलोत (Ashok Gehlot) चाहते हैं कि उनके विश्वसस्त 102 विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाया जाए। सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए गहलोत तैयार नहीं है। अब देखना होगा कि अगर आलाकमान ने सचिन पायलट के नाम पर मुहर लगाई तो राजस्थान में फिर से बगावत देखने को मिल सकती है।
सोनिया गांधी लेगी अंतिम फैसला
आज सोनिया गांधी आज अंतिम फैसला लेना है कि वो गहलोत अध्यक्ष पद की रेस में रखना चाहती हैं या फिर नहीं। बताया जा रहा है कि सचिन पायलट नाराज बताये जा रहे हैं।
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