समस्या। किसान बोले, सरकार व आढ़तियों की लड़ाई में नुक्सान किसानों का हो रहा
- मौसम के बिगड़ते मिजाज ने बढ़ाई किसानों की परेशानी
निसिंग(सच कहूँ/रिंकू गोंदर)। आढ़तियों की हड़ताल का सीधा असर किसानों व मजदूरों पर पड़ा है। मंडी में फसल बेचने के लिए पहुंचे किसान परेशानी झेल रहे हैं। साथ ही बारिश किसानों के लिए टेंशन बढ़ गई है। दोपहर बाद हुई बारिश से मंडी के फड़ों पर पड़ी फसल भिगने से बचाने को किसान तिरपाल ढकते नजर आए। हड़ताल के कारण पिछले दो दिन से मंडी में हड़ताल जारी है। रोजाना मंडी में 10 हजार किव्टंल से अधिक धान की आवक हो रही है। हड़ताल के कारण खरीद नहीं होने से सैंकड़ों किसान परेशानी झेल रहे हैं। मंडी में धान की फसल लेकर पहुंचे किसान मजबूरन मंडी में फसल का पहरा देने को मजबूर हैं। बारिश से फसलों की कटाई का काम भी प्रभावित हुआ है। खेतों में धान की फसल कटाई के लिए पहुंची कंबाइनों के भी पहिए थम गए हैं।
पिछले तीन दिन से मंडी में ही रहने को मजबूर किसान
किसान संजीव हथलाना ने बताया कि वह 4 एकड़ में लगी 1509 किस्म की धान मंडी में बेचने के लिए लेकर पहुंचा, लेकिन खरीद नहीं हो पाइ। जिससे पिछले तीन दिन से मंडी में ही रहने को मजबूर हैं। इससे पूरे सीजन का काम प्रभावित है। किसान रामपाल गुनियाना ने कहा कि अब तो खेती करना भी मुश्किल भरा काम हो गया है। कभी रेट नहीं मिलते तो कभी कोइ हड़ताल पर चला जाता है।
मौसम खराब को देखते हुए फसल कटवाइ थी। लेकिन अब हड़ताल के कारण मंडी में ढेरी लगा दी गइ है। न तो खरीद हो रही और न ही कोई चांस लग रहा है। इससे परेशानी हो रही है। प्रमोद बस्तली, रघुबीर व रणबीर ने बताया कि किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो दोबारा से किसानों को आन्दोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
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सुबह मंडी से आढ़ती एकत्रित होकर करनाल में प्रदर्शन के लिए पहुंचे
मांगों को लेकर हड़तालरत आढ़ती सुबह निसिंग नई अनाज मंडी में एकत्रित हुए। इसके बाद सभी बाइकों व कारों में करनाल की अनाज मंडी पहुंचे। जहां से सीएम हाउस पर प्रदर्शन व घेराव किया। व्यापार मंडल के प्रधान बलबीर राणा व धर्मवीर गुनियाना व राजेश उडिय़ा ने बताया कि सरकार आढ़तियों के काम को ठप करना चाहती है।
इसलिए हर बार नए नियमों को थौंप कर अव्यवस्था फैलाने का काम करती है। सरकार की इस मंशा को किसी भी हाल में पूरा नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार मांगों को नहीं मान लेती तब तक आढ़ती हड़ताल पर रहेंगे। इस मौके पर वेद प्रकाश त्यागी, रामकुमार गुनियाना, सुभाष सिंगला, दिनेश गोयल, अनिल गोंदर, शिवकुमार, बीरभान, रामदिया शर्मा, राममेहर व मुकेश गोयल समेत अन्य मौजूद रहे।
मंडी के शैडों के नीचे लगा है गेहूं का स्टॉक, अब तक नहीं किया खाली
अनाजमंडी के शैडों के नीचे हजारों किवंटल गेहूं के कट्टों का स्टॉक लगा हुआ है। जिस कारण बारिश के मौसम में किसानों को फसल मजबूरन खुले फडों पर डालनी पड़ रही है। सर छोटू राम भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक प्रधान सेवा सिंह महमल का आरोप है कि मार्केट कमेटी के अधिकारी सेटिंग से सब कुछ कर रहे हैं। जानबूझकर शैडों के नीचे से गेंहू का स्टॉक नहीं हटवा रहे हैं।
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