10 दिन बाद होनी है घर में बेटी की शादी
ओढां(सच कहूँ/राजू)। कई बार वक्त इंसान की कठिन परीक्षा लेता है। गांव ढाबां निवासी एक व्यक्ति की वक्त ने ऐसी परीक्षा ली कि उसके सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया। जिसने भी इस वाक्य को देखा उसके मुंह से एक ही बात निकली कि गरीबी से बड़ा कोई अभिशाप नहीं है। दरअसल गांव ढाबां निवासी सुरजीत राम ने 30 सितंबर को अपनी बेटी की शादी रखी हुई है। हृदय रोगी होने के चलते सुरजीत से कड़ा परिश्रम नहीं हुआ और उसने सब्जी की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करना शुरू कर दिया।
सुरजीत के 4 बेटियां हैं। 2 के तो उसने जैसे-तैसे कर हाथ पीले कर दिए, लेकिन 2 अभी शेष हैं। सुरजीत ने एक बेटी की शादी 30 सितंबर को रखी हुई है। घर के नाम पर उसके पास महज 2 कमरे हैं। सुरजीत ने जैसे-तैसे कर बेटी की शादी का सामान जोड़कर घर के कमरे में रखा हुआ था। रविवार रात्रि उसके एक कमरे की छत गिरने से उसमें रखा शादी का पूरा सामान नष्ट हो गया। इस घटना में गनीमत रही कि कुछ पल पहले ही उसकी 2 बेटियां उक्त कमरे से दूसरे कमरे में चली गर्इं थी। अन्यथा जानमाल का नुकसान हो सकता था।
परिवार पर मंडराया आर्थिक संकट
सुरजीत ने ईश्वर का शुक्राना करते हुए कहा कि इस घटना में जानमाल के नुकसान से बचत रही। वहीं इस घटना के बाद सुरजीत राम के समक्ष आर्थिक संकट आन पड़ा है। क्योंकि 10 दिन बाद घर में शादी है। लोगों ने सुरजीत को हौसला बंधाते हुए कहा कि वे बेटी की शादी में हर संभव मदद करेंगे। वहीं पीड़ित ने प्रशासन से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।
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