नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरवार को कहा कि वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में सुधार और विस्तार के माध्यम से इसे बहुआयामी और परस्पर लाभकारी सहयोग का मंच बनाने के पक्ष में हैं। मोदी ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ के राष्ट्र प्रमुखों के 22 वें शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले अपने वक्तव्य में कहा, “मैं उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति महामहिम शावकत मिर्जियोयेव के आमंत्रण पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए समरकंद का दौरा करूंगा।” मोदी ने कहा, “एससीओ शिखर सम्मेलन में, मैं सामयिक, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और गहरा बनाने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हूं।”
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उन्होंने कहा कि सम्मेलन में उज्बेक अध्यक्षता के तहत व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में आपसी सहयोग के बारे में कई निर्णय लिए जाने की संभावना है। प्रधानमंत्री ने कहा,” मैं समरकंद में राष्ट्रपति मिर्जियोयेव से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं। मैं 2018 में उनकी भारत यात्रा को याद करता हूं। उन्होंने 2019 में वाइब्रेंट गुजरात समिट में भी सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लिया था। इसके अलावा, मैं शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करूंगा।”
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