नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) भविष्य में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का दायरा बढ़ाने, पेंशनधारकों की सेवा आपूर्ति बेहतर बनाने और कर्मचारी भविष्य निधि में अंशधारकों की संख्या 10 करोड़ तक पहुंचाने के लिए जुटेगा। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव की अध्यक्षता में ईपीएफओ के एक चिंतन शिविर में ‘अमृत काल में ईपीएफओ- बेहतर काल’ अगले 25 वर्ष की योजनाओं और कार्यप्रणाली तथा संभावनाओं पर चर्चा की गयी। कल देर शाम तक चले इस चिंतन शिविर में ईपीएफओ ने सदस्यों को सेवा और सेवा आपूर्ति प्रणाली में विस्तार तथा सुधार के लिये दूरगामी सिफारिशों तथा अन्य गंभीर मुद्दों पर चर्चा की। इसमें विषय विशेषज्ञ, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और ईपीएफओ के अधिकारी शामिल हुये। चिंतन शिविर में श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली और श्रम एवं रोजगार सचिव सुनील बर्थवाल तथा ईपीएफओ की केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त श्रीमती नीलम शमी राव भी उपस्थित रहीं।
यह भी पढ़े:- लड़की के कान में घुसा सांप, वीडियो में चिमटी से निकालता दिख रहा डॉक्टर
क्या है माजरा
चिंतन शिविर के दौरान ईपीएफओ का दायरा बढ़ाकर 10 करोड़ अंशधारक करने, सेवा का विस्तार, सक्षम संगठन, निर्बाध सेवा और सरल पेंशन व्यवस्था पर विचार विमर्श किया गया। ईपीएफओ में फिलहाल अंशधारकों की संख्या तकरीबन छह करोड़ है। यादव ने कहा कि बेहतर प्रणाली और तरीकों को तैयार करके देश के सभी जिलों में सेवा प्रदान करने के लिये सूचना प्रौद्योगिकी क्षमता को बढ़ाया जाना चाहिए। इसके लिए सक्षम संगठन करने की आवश्यकता है इसलिए अगले छह महीनों में स्टाफ और अधिकारियों की नियुक्ति के लिये विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। पेंशनधारकों के लिए आसान और निर्बाध पेंशन भुगतान व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रणाली को मजबूत किया जाना चाहिए।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।