सिविल सर्जन स्वाईन फ्लू की जागरूकता को लेकर पोस्टर किया जारी
पटियाला। (सच कहूँ/नरेन्द्र सिंह बठोई) जिले में अब तक 28 स्वाईन फ्लू के संदिग्ध मरीजों के लिए सैंपलों में से 5 केस स्वाईन फ्लू पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें दो मरीजों की मौत हो चुकी है और दो मरीज अस्पतालों से इलाज लेकर स्वस्थ्य हो गए हैं और एक मरीज राजिन्द्रा अस्पताल में उपचाराधीन है। सिविल सर्जन डॉ. राजू धीर ने बताया कि जिले के अस्पतालों में स्वाईन फ्लू की जांच और ईलाज के लिए जरूरी प्रबंध किए गए हैं। राजिन्द्रा अस्पताल, माता कौशल्या अस्पताल और सब डिवीजन अस्पतालों नाभा, समाना और राजपुरा में स्वाईन फ्लू के मरीजों के दाखिले के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं। स्वाईन फ्लू पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों को भी इहतियात के तौर पर दवाई दी गई है।
इसके अलावा स्वाईन फ्लू बीमारी प्रति जागरूकता और इससे बचाव के लिए जल्द जांच और समय पर इलाज सबंधी लोगों को जागरूक करने के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में सिविल सर्र्जन डॉ. राजू धीर और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जानकारी देते हुए पोस्टर भी जारी किया गया। पोस्टर जारी करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि स्वाईन फ्लू के लक्षण होने पर तुरंत जांच करवाकर इलाज की जरूरत है ताकि बीमारी को आगे फैलने से रोका जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी किस्म का बुखार होने पर तुरंत नजदीक के सरकारी स्वास्थ्य संस्था के डॉक्टर से संपर्क किया जाए और बिना डॉक्टरी जांच से दवाई न ली जाए।
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जिला एपीडोमोलोजिस्ट (आईडीएसपी) डॉ. दिवजोत सिंह ने कहा कि तेज बुखार, खांसी जुकाम, छीकें आना, नाक बहना, गले में दर्द, स्वास लेने में तकलीफ आदि स्वाईन फ्लू की निशानियां हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी निशानियों वाले मरीजों को अधिक से अधिक आराम करने और अच्छा पौष्टिक आहार देने की जरूरत होती है। उन्होंने स्वाईन फ्लू के मरीजों को 3 भागों ए बी, सी में बांटा है।
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